क्या यूपी चुनाव में अखिलेश-राजभर गठबंधन की काट है भाजपा की VIP? मुकेश सहनी आए तो सपा-कांग्रेस ने साधा निशाना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र पहुंचे बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री और वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी जनसभा स्थल पर पहुंचे तो सबसे पहले मीडिया से रूबरू हुए। मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी पार्टी यूपी के आगामी विधान सभा में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी पार्टी यूपी के आगामी विधान सभा में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जब मुकेश सहनी से सवाल हुआ कि निषाद पार्टी के संजय निषाद और एनडीए का यूपी में चुनाव लड़ने को लेकर गठबंधन हो चुका है। इसका जवाब देते हुए मुकेश सहनी ने संजय निषाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि संजय दुकान चला रहे हैं, दुकान पर टिकट बेचने का भी काम कर रहे हैं। दरअसल, मुकेश सहनी आज वाराणसी के रोहनिया विधानसभा के सुजाबाद इलाके में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। इससे पहले मुकेश साहनी वाराणसी आए, लेकिन उस वक्त प्रशासन ने परमिशन ना होने के कारण मुकेश साहनी को एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया।
यूपी चुनाव में भाजपा का साथ देने के लिए वीआईपी की है यह शर्त
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रदेश सचिव ओपी कश्यप ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आए हुए हमें सिर्फ 3 महीना हुआ है, भारत के हर राज्य में निषाद समुदाय और उनकी 17 उप जातियों को आरक्षण मिला हुआ है, सिर्फ बिहार और उत्तर प्रदेश में निषाद समुदाय और 17 उपजातियों को आरक्षण नहीं मिल सका, यही वजह है कि आज हमारे नेता मुकेश सहनी वाराणसी में आरक्षण जनचेतना रैली के माध्यम से जनता तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते है। ओ पी कश्यप ने बताया कि आज की सभा में 10 हजार लोगों को आना था। यह संख्या अपने प्रिय जननेता और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी के आने के पहले ही पार कर चुकी है। बावजूद इसके अभी भी लगातार लोग आते जा रहे हैं। oneindia hindi से बात करते हुए विकासशील इंसान पार्टी के प्रदेश सचिव ओपी कश्यप ने बताया कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान में बीजेपी की सरकार है, आगे विधानसभा चुनाव होने वाला है। यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हमसे वादा करे कि उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के बाद वह निषाद समुदाय सहित 17 उपजातियों को आरक्षण दिलाएंगे तो हम 2022 का विधानसभा चुनाव साथ में मिलकर के लड़ेंगे, और यदि हमारी मांग नहीं मांगी गई तो हम बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
सपा नेता ने कहा, अखिलेश यादव से बीजेपी में है घबराहट
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्रजीत यादव गुड्डू ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कल मऊ के हलधरपुर में मंच पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को एक साथ देखने के बाद बीजेपी में घबराहट की स्थिति बन चुकी है। यही वजह है कि बीजेपी षड्यंत्र के तहत वीआईपी पार्टी को चुनाव से 3 महीना पहले उत्तर प्रदेश में लाकर इंस्टॉल कर रही है। दरअसल समाजवादी पार्टी ने निषाद समुदाय के लिए हमेशा से काम किया है, हमने नाविकों की समस्या को लेकर हर लड़ाई कंधे से कंधा मिलाकर लड़ा है। चंद्रजीत यादव गुड्डू ने कहा कि निषाद समुदाय के लोग यह जानते हैं कि समाजवादी पार्टी ने चंबल से फूलन देवी को लाकर न सिर्फ समाजवादी पार्टी में स्थान दिया, बल्कि उन्हें संसद तक पहुंचाया। जिसके बाद से निषाद समुदाय सबसे अधिक भरोसा समाजवादी पार्टी पर करता है। यही बात बीजेपी को खटकती है जिसके कारण वह एक तरफ बिहार सरकार में साथ है और यूपी में वीआईपी पार्टी को बनारस लाकर चुनाव लड़ा रहे हैं। बीजेपी निषाद समुदाय के वोट को बांटकर निषाद भाइयों का लाभ उठाना चाहती है।
कांग्रेस नेता ने कहा पहले बिहार में लें आरक्षण
कांग्रेस नेता गौरव कपूर ने भी वीआईपी के यूपी के चुनाव लड़ने को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विकासशील इंसान पार्टी बिहार में एनडीए का सहयोगी दल है, उनके नेता मुकेश सहनी बिहार सरकार में मंत्री भी हैं। मंत्री होने के बावजूद वह अब तक बिहार में निषादों को आरक्षण नहीं दिला पाए। अब जब यूपी में चुनाव का समय आया तो वह चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर आए हैं, साफ है कि 2022 के चुनाव में बीजेपी अपनी A,B,C,D सभी टीमों को लगा रही है, मेरा सुझाव है कि यदि वह यूपी में चुनाव लड़ रहे हैं, बनारस में आरक्षण जनचेतना रैली कर रहे हैं, तो वह सबसे पहले या तो बिहार सरकार में निषादों को आरक्षण दिलाएं, और आरक्षण नहीं मिल पा रहा है तो बिहार सरकार में अपने मंत्री पद से इस्तीफा दें। फिर वह यूपी आएं और चुनाव लड़ें और निषादों के आरक्षण की बात करें।
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