'मुर्दा' से 'जिंदा' होते ही नई मुसीबत में फंस गए संतोष, महिला प्रधान से बचाने के लिए पीएम मोदी से की अपील
वाराणसी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जहां एक शख्स खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए कैदियों वाली ड्रेस पहनकर न्यायालय पहुंचा और न्याय की गुहार लगा रहा है। पीड़ित संतोष मूरत सिंह को काफी लंबे समय से संघर्ष करना पड़ रहा है।
दरअसल, मुर्दा से जिंदा हुआ संतोष मूरत सिंह नाम का व्यक्ति अब नए मुसीबत में फंस गया है । सालों आंदोलन के बाद सरकार ने संतोष मूरत सिंह को जिंदा होने का प्रमाण पत्र तो दे दिया, लेकिन अब मुर्दा से जिंदा हुए संतोष नई मुसीबत में फंस गया है । संतोष सिंह पर गांव की महिला प्रधान ने एससी व एसटी का मुकदमा दर्ज कराया है ।
संतोष कुमार मूरत की मानें तो जिस महिला ग्राम प्रधान ने उसे जिंदा से मुर्दा बनाया था, वही महिला ग्राम प्रधान अब उसे एससी-एसटी के फर्जी मुकदमे में फंसा दिया है। अब संतोष एक बार फिर अपने को मुसीबत से मुक्त कराने के लिए पीएम मोदी से अपील कर रहा है।
उन्होंने कहा कि छप्पन इंच का सीना मोदी जी का, वाराणसी के छपनवें डीएम सुरेन्द्र सिंह, व अब तक छप्पन के नाना पाटेकर के बीच रहकर मुझे क्या न्याय के लिए छप्पन साल का इंतजार करना होगा। इसलिए संतोष सिंह ने नया तरीका अपनाया उन्होंने 56 नंबर की कैदी वाली ड्रेस पहनकर न्यायालय पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई।