पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सड़कों पर भीड़, न मुंह पर मास्क न ही सोशल डिस्टेंसिंग
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बोलते हुए कहा कि भारत पहला ऐसा देश है जिसने मास्क और मुंह ढंकने की अहमियत को समझा और कोरोना वायरस से बचने के लिए इसे मुख्य स्वास्थ्य मानक बनाया। उन्होंने कहा कि भारत ने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सामाजिक जागरूकता के अभियान चलाए। गुरुवार को ही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जहां वाराणसी की सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ दिखी। उनमें से कइयों ने मास्क नहीं लगा रखे हैं और न ही मुंह ढंकने के लिए किसी कपड़े का इस्तेमाल किया है।
न मुंह ढंके लोग, न सोशल डिस्टेंसिंग!
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक मंच पर सोशल डिस्टेंसिंग की अहमियत समझा रहे थे तो दूसरी तरफ उनके ही संसदीय क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई। वाराणसी की सड़कों पर लोगों की भीड़भाड़ की तस्वीरों को न्यूज एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया। इन तस्वीरों को देखकर लगता है कि वाराणसी के लोगों में कोरोना वायरस का डर नहीं है और वे अपने सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस भीड़ पर एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग इसको बहुत हल्के में ले रहे हैं और बहुत सारे लोग घर से बाहर निकल रहे हैं।
भाजपा के राशन वितरण कार्यक्रम में हुई भारी लापरवाही
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में घाटों के किनारे नाविकों के परिवारों की भूख मिटाने के लिए एक्टर सोनू सूद ने मदद की तो भाजपा के नेताओं ने भी राशन वितरण का कार्यक्रम किया। इसमें बिना मास्क पहने और बिना कपड़े से मुंह ढंके लोगों की भीड़ आई। सौ से ज्यादा लोग जमा हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया। कुछ लोगों ने सवाल किया कि अगर बुनकरों से मिलने से आए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर नियमों के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया तो भाजपा नेताओं पर क्यों नहीं?
वाराणसी में कोरोना वायरस से ये हैं हालात
गुरुवार को वाराणसी में डीएम ऑफिस, डीएम कैंप ऑफिस, बीएचयू, सेंट्रल जेल समेत अन्य जगहों पर कोरोना वायरस के 209 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही वाराणसी में कुल मरीजों की संख्या 8551 हो चुकी है जिनमें से 6547 डिस्चार्ज हो चुके हैं। वाराणसी में अब तक इस बीमारी से 147 लोगों की मौत हो चुकी है। 1857 मरीजों में यह वायरस एक्टिव है। गुरुवार को दीनदयाल अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स सती शर्मा की कोरोना वायरस से मौत हो गई।
योगी सरकार ने लोगों को 6 दिन बाहर निकलने की दी छूट
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना वायरस के हालात की समीक्षा करते हुए लोगों को घर से सप्ताह में छह दिन बाहर निकलने की छूट दे दी। आदेश में कहा गया कि अब सिर्फ रविवार को लॉकडाउन लगेगा। रविवार को लोगों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कोरोना वायरस से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे लेकिन वाराणसी से जो तस्वीरें आई हैं, वह उस व्यवस्था की पोल खोल रहा है।
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