कोरोना पॉजिटिव युवक ने बीएचयू अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदकर दी जान, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
वाराणसी। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की चौथी मंजिल से कोरोना पॉजिटिव मरीज ने छलांग लगा दी। मरीज को डॉक्टरों ने तुरंत इमरजेंसी में लेकर इलाज किया, लेकिन उसकी मौत हो गई। घटना रविवार की देर रात की है। मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बेटे ने खुद कॉल करके इस बारे में बताया था। तनाव में आने की वजह से बेटे ने ऐसा कदम उठाया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से उनके बेटे की जान कई। उन्होंने मामले में कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
एक सप्ताह पहले भर्ती हुआ था युवक
जानकारी के मुताबिक, 21 वर्षीय अंकित पाठक वाराणसी के बाबतपुर क्षेत्र के कैमोली गांव का रहने वाला था। करीब एक सप्ताह पहले उसे मस्तिष्क में दर्द शुरू हुआ। इसके बाद वह बीएचयू में इलाज कराने के लिए आया था। यहां कोरोना का टेस्ट किया गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उसे अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कर दिया गया। रविवार की देर रात अंकित ने चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी। अंकित के परिजनों ने कहा कि उन्हें आधी रात के बाद कॉल करके बताया गया कि उनके लड़के ने चौथी मंजिल से कूद कर जान दे दी है।
परिजनों ने कहा डॉक्टरों की लापरवाही से गई बेटे की जान
परिजनों ने कहा कि अंकित को भर्ती करने के दौरान उन्होंने डॉक्टरों से बात भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस वजह से अंकित तनाव में आ गया और उसने ऐसा कमद उठा लिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के चिकित्सकों के लापरवाही के कारण उनके बेटे की जान गई। परिजनों ने बताया कि अंकित ने कॉल कर खुद अस्पताल में लापरवाही के बारे में बताया था। इस मामले में बीएचयू सुपर स्पेशलिटी सेंटर के चीफ प्रॉक्टर ओपी राय ने बताया कि युवक चौथी मंजिल से कूद गया था। जैसे ही इसकी सूचना मिली डॉक्टरों को मिली उन्होंने युवक को तुरंत इमरजेंसी में भर्ती किया। युवक को गम्भीर चोटें आई थी, जिसके कारण उसकी जान नहीं बच सकी।
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