वाराणसी: संकट मोचन मंदिर को उड़ाने की धमकी मामले में बिहार से दो गिरफ्तार
वाराणसी। यूपी के वाराणसी स्थित विश्व विख्यात संकट मोचन मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी के बाद प्रशासन एलर्ट मोड में है। इसी कड़ी में वाराणसी पुलिस और एटीएस ने ज्वॉइंट आपरेशन करते हुए बिहार से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में वाराणसी पुलिस ने लेटर में अंकित नाम जमादार मियां और अशोक यादव को हिरासत में लेकर मधुबनी में पूछताछ कर रही है। इस पूरे मामले पर यह बात सामने आई है कि अशोक यादव और जमादार मियां का गांव के ही एक बुजुर्ग शख्स से जमीन को लेकर विवाद था, जिसका बेटा गुजरात के अहमदाबाद में रहकर नौकरी करता है। गुजरात में नौकरी कर रहे युवक को फंसाने के नीयत से इस साजिश को रचा गया था।
दिया गया था पुराने धमाके का हवाला
धमकी भरी चिट्ठी चिट्ठी मिलने के बाद संकट मोचन मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। वाराणसी के एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से मंदिर में सिविल पुलिस के साथ दरोगा और महिला पुलिस की तैनाती कर दी है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की तलाशी ली जा रही है। वहीं सूत्रों की माने तो पुलिस ने बिहार के जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उसमें जमादार मिया पंक्चर बनाने का काम करता है, वहीं पुलिस अशोक यादव के अपराधिक इतिहास को खंगालने में जुटी हुई है।
बता दें कि, वाराणसी के प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र सोमवार को महंत विशम्भर नाथ मिश्रा के आवास में फेंका गया था। पत्र में 2006 ब्लास्ट का जिक्र किया गया। पत्र में लिखा है कि इस बार संकट मोचन मंदिर में 2006 से भी बड़ा धमाका किया जाएगा। धमकी भरा पत्र मिलने के बाद मंदिर के महंत ने लंका थाना से संपर्क साधा और आला अधिकारियों को इस पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी दी गई। मंदिर के महंत ने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस-प्रशासन को दे दी गई है। इस मामले में वाराणसी के एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने धमकी भरा पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पत्र में नाम और मोबाइल नंबर था। उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि ऐसा किसी को फंसाने के लिए भी किया गया हो सकता है। एसएसपी ने बताया कि फिलहाल मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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