यूपी: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए काशी के नाविक, अब नए साल पर नहीं कर पाएंगे गंगा की सैर
Varanasi News,(वाराणसी)। पीएम मोदी के काशी आगमन के पहले ही वाराणसी के नाविक समाज के लोग बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। नाविकों के इस हड़ताल से एक तरफ जहां काशी में गंगा की लहरों में मौज लेने वाले सैलानियों को मायूसी मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ इनके हड़ताल में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को गंगा में मस्ती करने वालों के लिए ये बुरी खबर है। दरअसल काशी के माझी गंगा में अपने मोटर बोट के चलाए जाने के प्रतिबंध से नाराज हैं। वहीं उनका कहना है कि हमारी रोजी-रोटी पर सरकार संकट लाकर गंगा में बड़े उद्योगपतियों के क्रूज चलाने जा रही है। असल मे गंगा के पानी को मोटरबोट के धुंए में दूषित होने का हवाला देकर प्रशासन ने गंगा में मोटर बोट के संचालन पर रोक लगा दिया है।
नाविकों ने घाट पर किया धरना प्रदर्शन
दरअसल नाविक समाज के लोग गंगा में इसके पहले भी अलकनन्दा क्रूज के संचालन पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। उन दिनों भी कार्य का बहिष्कार कर नावों के संचालन को रोक दिया गया था। अब वाराणसी के नाविक समाज के लोग एक बार फिर दूसरे क्रूज के परिचालन को लेकर नाराज हैं।
यही वजह है कि शुक्रवार को दशाश्वमेध घाट पर नाविकों ने पहले अपने समाज के लोगों के साथ बैठक की और फिर लोगों ने नाव और घाट किनारे लगे जेटी पर बैठकर धरना दिया। नाराज लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यही नहीं प्रदर्शन करने वाले मांझी समाज के लोगों ने हाथों में तख्ती और क्रूज के वापस जाने की मांग और अपने पर होने वाले अत्याचार की दुहाई देकर न्याय की मांग भी की।
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