काशी में महाराजा सुहेलदेव के नाम से बनेगा भवन और पार्क, राजभर वोटों को साधने में जुटी BJP
Varanasi News, वाराणसी। Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में होने है, लेकिन प्रदेश में सियासी गोलबंदी अभी शुरू हो गई है। तो वहीं, राजभर वोटों को साधने के लिए भाजपा ने भी बड़ा ऐलान किया है। पूर्वांचल के राजभर वोटरों को साधने के लिए भाजपा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महाराजा सुहेलदेव के नाम से भवन और पार्क बनाने का ऐलान किया है।
दरअसल, पूर्व मंत्री और पूर्वांचल में राजभर और पिछड़ों में मजबूत पैठ रखने वाले ओमप्रकाश राजभर ने एआईएमआईएम (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के अलावा आठ छोटे दलों के साथ गठबंधन कर बीजेपी के वोटों की गणित बिगाड़ दिया है। इसके देखते हुए अब बीजेपी भी महाराजा सुहेलदेव के बहाने पूर्वांचल में राजभर वोटों को साधने में जुट गई है। यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने गुरुवार को सारनाथ में भवन और पार्क का शिलान्यास भी कर दिया। इस दौरान राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल भी उनके साथ मौजूद रहे।
ओमप्रकाश राजभर से दूरी के बाद यूपी की सत्ता पर काबिज बीजेपी राजभर वोटों को साधने के लिए अनिल राजभर को आगे बढ़ा रही है। यही वजह है कि प्रदेश में बीजेपी उन्हें राजभरों के नेता के तौर पर प्रॉजेक्ट कर रही है। बीजेपी की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से दूरी के बाद ओमप्रकाश राजभर का मंत्रालय भी योगी सरकार ने अनिल राजभर को ही सौंपा था।
राज्यमंत्री
रविंद्र
जायसवाल
ने
ओमप्रकाश
राजभर
पर
बोला
हमला
शिलान्यास
के
दौरान
राज्यमंत्री
रविंद्र
जायसवाल
ने
ओमप्रकाश
राजभर
पर
जमकर
निशाना
साधा।
उन्होंने
कहा,
'खुद
को
राजभरों
का
मसीहा
कहने
वाले
आज
देशविरोधी
काम
करने
वाले
ओवैसी
जैसे
लोगों
के
साथ
गठबंधन
करके
महाराजा
सुहेलदेव
की
प्रतिष्ठा
से
खिलवाड़
कर
रहे
हैं।'
महाराजा
सुहेलदेव
को
पीएम
मोदी
और
सीएम
योगी
ने
असली
सम्मान
दिया
है।
राजभर
वोटर्स
22
सीटों
को
करते
हैं
प्रभावित
राजभर
वोटर्स
पूर्वांचल
की
22
सीटों
को
प्रभावित
करते
है।
बता
दें
कि
पूर्वांचल
के
अलग-अलग
जिलों
के
विधानसभा
क्षेत्रों
में
20
से
60
हजार
तक
राजभर
वोटर्स
हैं।
इनमें
वाराणसी
के
अलावा
गाजीपुर,
बलिया,
मऊ,
जौनपुर,
देवरिया
और
आजमगढ़
जैसे
जिले
शामिल
हैं।