काशी हिंदू विश्वविद्यालय में फिर हुआ छात्र गुटों में बवाल, जमकर चले ईंट-पत्थर
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में बिरला व लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के छात्रों के बीच गुरुवार दोपहर फिर बवाल हो गया। दोनों गुटों के छात्रों के बीच जमकर ईंट-पत्थर चले। सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। लंका एसओ भारत भूषण एवं विश्वविद्यालय के शिक्षक छात्रों को समझाने-बुझाने में जुट गए। चीफ प्रॉक्टर ओपी राय ने बताया कि तीन दिन पहले छात्रों के 2 गुटों में मारपीट हुई थी। तब एक पक्ष ने थाने में तहरीर भी दी थी। हालांकि, गुरुवार को फिर मारपीट व पथराव शुरू हो गया। एक छात्र के मुताबिक, बिरला और एलबीएस के छात्रों में पुरानी रंजिश को लेकर मैत्री जलपान गृह के पास यह विवाद हुआ।

यहां पुरानी रंजिश में भिड़ते रहे हैं छात्र
दोनों गुट गुरुवार की दोपहर हॉस्टल के पास भी भिड़ गए। बाद में पुलिस वहां पहुंची तो लड़कों की भीड़ तितर-बितर हुई। हालांकि परिसर में अभी भी तनाव बना हुआ है। प्रॉक्टर का कहना है कि जिन लड़कों को दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एसपी सिटी दिनेश सिंह ने कहा कि कैम्पस के अंदर किसी छात्र की पिटाई करने को लेकर विवाद हुआ। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति पर भी हुई थी बहसबाजी
हफ्तेभर पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर भी छात्र सड़क पर उतर आए थे। विरोध करने वाले छात्र वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठ गए थे। छात्रों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। यहां संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में अल्पसंख्यक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति हुई थी।

कुछ छात्रों ने कहा कि फिरोज खान नाम के गैर हिन्दू टीचर को कैसे लिया गया है। जबकि यहां जैन, बौद्ध और आर्य समाज के लोगों को लिया जा सकता है।
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