बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़खानी का आरोप लगाकर छात्रों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
Varanasi News वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के समाजशास्त्र विभाग में एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़खानी का आरोप लगाकर अराजकतत्वों ने कैंपस में दौड़ा-दौड़ाकर बुरी तरह पीटा और जूते की माला पहना दी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। मामला चार दिन पहले एक छात्रा की फेसबुक पोस्ट पर प्रफेसर की विवादित टिप्पणी से जुड़ा बताया जा रहा है। इसको लेकर छात्रों में काफी रोष था।
छेड़छाड़ का आरोप लगाकर पीटा
समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज वर्मा सोमवार को लेक्चर ले रहे थे। इसी बीच कुछ छात्र क्लास रूम में पहुंचे और प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर पीटना शुरू कर दिया। वह बचने के लिए बाहर भागे तो छात्रों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। विभाग के कर्मचारियों और शिक्षकों ने किसी तरह उन्हें छुड़ाकर ट्रॉमा सेंटर भिजवाया। मामला फेसबुक पोस्ट पर प्रफेसर की विवादित टिप्पणी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
10 से 15 लड़कों ने की मारपीट
वहीं, प्रोफेसर मनोज वर्मा ने बताया कि समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. अरविंद जोशी मेरे खिलाफ साजिश रच रहे है। बताया कि सोमवार को वह अपने क्लास लेने के लिए गए थे तभी प्रो. अरविंद जोशी के कमरे से 10 से 15 लड़के उनकी क्लास में आये और उनके साथ मारपीट शुरु कर दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, पुलिस का कहना है कि बीएचयू प्रशासन की ओर से तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
दोनों तरफ से पुलिस की रिपोर्ट दर्ज
दूसरी, तफर छात्राओं ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि प्रोफेसर मनोज वर्मा आईटी डिपार्टमेंट की लड़कियों से मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देते थे। विरोध करने पर धमकी भी देते थे। वहीं, बीयचयू की चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह ने बताया कि दोपहर 12 बजे के करीब समाजशास्त्र विभाग में मारपीट की सूचना मिली थी जिसके बाद क्यूआरटी टीम मौके पर पहुंच गई। दोनों तरफ से कार्रवाई की शिकायत मिली है। मामले की जांच कमेटी गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। इसके अलावा स्थानीय लंका थाने में दोनों पक्षों ने एफआईआर दर्ज कराई है।
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