CAA Protest: पांच दिन से जेल में हैं मां-बाप, 14 महीने की बेटी आर्या ने खाना-पीना छोड़ा!
वाराणसी। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। हिंसक प्रदर्शन के दौरान यूपी से कई तस्वीरें सामने आई थी। बता दें कि वाराणसी में 57 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिनमें 56 नामजद हैं और एक अज्ञात। बता दें कि एफआईआर में नामजद व्यक्तियों में शहर के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ नागरिक, राजनेता सहित बीएचयू के करीब 20 छात्र शामिल हैं। लेकिन एक कहानी वाराणसी में ऐसी भी सामने आई है, जो काफी परेशान करने वाली है।
रवि शेखर और एकता शेखर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
दरअसल, 19 तारीख को वाराणसी में जुमें की नमाज के बाद भारी संख्या में विरोध-प्रदर्शन हुआ था। इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था और कई लोगों को गिरफ़्तार किया था। गिरफ़्तार लोगों में विरोध प्रदर्शन करने वाले रवि शेखर और उनकी पत्नी एकता शेखर भी हैं। बता दें कि रवि शेखर और पत्नी एकता शेखर सामाजिक कार्यकर्ता है और बीते पांच साल से केयर फॉर एयर नामक एनजीओ के जरिये बनारस और देश के कई जगहों पर लोगों को साफ़ हवा मुहैया कराने के हित में काम करते हैं। अपने 14 महीने के बच्चे को छोड़कर ये दंपत्ति सीएए और एनआरसी के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए आए, जहां से इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
'कुछ खा नहीं रही है'
एनडीवीटी की खबर के मुताबिक, रवि और उनकी पत्नी एकता ने 14 महीने की बच्ची आर्या है जो पिछले एक हफ़्ते से अपने मां-बाप का इंतज़ार कर रही है। ऐसे में रवि के माता-पिता के ऊपर दोहरी ज़िम्मेदारी आ गई है। एक तो रवि और एकता की ज़मानत लेने की कोशिश दूसरी इस छोटी बच्ची को संभालने की। रवि शेखर की मां शीला तिवारी ने की मानें तो 'आर्य कुछ खा नहीं रही. बमुश्किल से कुछ चम्मच हमने उसे खिलाया. वह पूरे समय कह रही है, 'अम्मा आओ, पापा आओ'. हम लगातार उससे कह रहे हैं कि वह जल्दी आ जाएंगे, लेकिन मुझे नहीं मालूम क्या करना चाहिए?'
गैरकानूनी तरीके से इकठ्ठे होने की वजह से बढ़ गया था तनाव: पुलिस
शीला तिवारी ने कहा, मेरे बेटे ने कोई गुनाह नहीं किया है, पुलिस ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया। वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। क्या आप सोच सकते है कि बच्ची बिना अपनी मां के रह रही है। क्या क्राइम को कंट्रोल करने का यह तरीका है? वहीं, वाराणसी में पुलिस का कहना है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना जायज है, क्योंकि लोगों के गैरकानूनी तरीके से इकठ्ठे होने की वजह से शहर में तनाव बढ़ गया था। शहर के एक अलग हिस्से में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की लाठी चार्ज से कथित तौर पर भगदड़ मचने से एक आठ वर्षीय लड़के की मौत हो गई।