उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए क्यों खास हैं दिवंगत पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत, जानिए क्या है मामला
देहरादून, 18 दिसंबर। उत्तराखंड में सत्ता वापसी के लिए कांग्रेस सैनिक वोटरों पर खास फोकस कर रही हैा पहले राहुल गांधी की रैली को विजय सम्मान दिवस के रुप में मनाना और अब पिछले दिनों एक हवाई हादसे में दिवंगत हुए पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव से कांग्रेस ने 'वीर ग्राम पराक्रम यात्रा' का ऐलान कर दिया हैा राहुल गांधी की विजय सम्मान रैली में भी जनरल बिपिन रावत के कटआउट लगाकर कांग्रेस पहले ही संदेश दे चुकी थी, कि इस चुनाव में जनरल बिपिन रावत उनकी पार्टी के लिए खास होने जा रहे हैां

जनरल के पैतृक गांव सैंण से 'वीर ग्राम पराक्रम यात्रा' शुरू करेगी कांग्रेस
बीते दिनों एक हवाई हादसे में दिवंगत हुए पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत का उत्तराखंड से खास नाता रहा हैा जनरल का पैतृक गांव पौड़ी गढ़वाल में हैं। कांग्रेस जनरल के पैतृक गांव सैंण से 'वीर ग्राम पराक्रम यात्रा' शुरू करने जा रही है। पूर्व सीएम हरीश रावत इस यात्रा को उत्तराखंड के हर गांव में ले जाने का दावा कर रहे हैं। साफ है कि कांग्रेस जनरल के बहाने उत्तराखंड में सैनिक परिवारों को साधने की कोशिश में जुटी है। इससे पहले कांग्रेस की और से पूर्व सीएम हरीश रावत दिवंगत पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत का भारत रत्न और भराड़ीसैंण विधानसभा को उनके नाम पर करने की मांग कर चुके हैं। कांग्रेस लगातार जनरल को लेकर चुनावी साल में कई मुद्दों को उठा रही है।
भाजपा जता चुकी है आपत्ति
कांग्रेस के इस कदम को लेकर भाजपा पहले ही सवाल उठा चुकी है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस जनरल रावत के नाम पर सियासत कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में दिए एक बयान में कहा कि कांग्रेस नेता सेना का अपमान कर चुके हैं और जनरल रावत को 'गुंडा' तक कह चुके हैं। भाजपा पहले ही जनरल के नाम पर सैन्य धाम के द्वार का नाम रखने का ऐलान कर चुकी है। देहरादून में बन रहे सैन्य धाम के जरिए भाजपा पहले ही सैनिक वोटरों को साधने में जुटी है। ऐसे में कांग्रेस का ये दांव भाजपा के लिए चुनौती खड़ी कर सकता है।
सैनिक वोटरों पर नजर
बीते गुरुवार को देहरादून में राहुल गांधी की रैली के लिए जनरल बिपिन रावत के एक कटआउट को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ प्रमुखता से रखा गया है। रावत के कटआउट का आकार राहुल गांधी के कटआउट से बड़ा रखा गया। 8 दिसंबर को देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य अधिकारियों के साथ शहीद हो गए थे। राहुल गांधी की रैली से एक दिन पहले बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देहरादून में सैन्य धाम का शिलान्यास किया। जिसके प्रवेश द्वार का नाम जनरल रावत के नाम पर रखा गया है। सत्तारूढ़ दल ने इस अवसर पर शहीदों के करीब 200 परिवारों को भी सम्मानित किया। कांग्रेस ने 16 दिसंबर को राहुल गांधी की 'विजय सम्मान रैली' में बांग्लादेश पाकिस्तान से आजादी के 50 साल का जश्न मनाया साथ ही इस मौके पर सैनिक परिवारों को सम्मानित किया। उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है। प्रदेश में साढ़े 4 लाख से ज्यादा वोटर हैं। ऐसे में हर दल सैनिक वोटरों को रिझाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं।
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