'10 अप्रैल तक नहीं बनी रोड तो नहीं डालेंगे वोट', ग्रामीणों को मनाने में नाकामयाब हुए अधिकारी
Uttarakhand news, गैरसैंण/चमोली। चमोली जिले के गैरसैंण विकास खंड के स्यूंणी मल्ली गांव के ग्रामीणों ने सड़क की मांग पूरी न होने पर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की धमकी दी थी। जिस पर ग्रामीणों को मनाने के लिए अधिकारियों का एक दल गुरुवार को स्यूंणी गांव पहुंचा था। जहां उन्होंने ग्रामीणों से चुनाव बहिष्कार न करने की अपील की लेकिन ग्रामीण इस बात पर डटे रहे कि यदि 10 अप्रैल तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता है तो ग्रामीण 11 अप्रैल को मतदान नहीं करेंगे।
बता दें कि 2017 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने आगर चट्टी से स्यूणी गांव तक की छह किमी सड़क का शिलान्यास किया था लेकिन आज तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। जिससे लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप चुनाव बहिष्कार की भी चेतावनी दी थी। जिस पर गुरुवार को ग्रामीणों से वार्ता करने के लिए ब्रीडकुल के अभियंता और जोनल मजिस्ट्रेट के प्रतिनिधि लोनिवि के सहायक अभियंता ललित हरबोला, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता अमित नेगी, अवर अभियंता ब्रीडकुल गौरव कुमार शाह, बीएलओ रमेश चंद्र स्यूंणी मल्ली गांव पहुंचे।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से चुनाव बहिष्कार न करने की सलाह देते हुए आश्वासन दिया कि चुुनाव संपन्न होने के बाद शीघ्र ही सड़क निर्माण प्रकिया शुरू हो जाएगी। लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि 10 अप्रैल तक सड़क निर्माण कार्य शूरू होने के बाद ही ग्रामीण 11 अप्रैल को मतदान करेंगे। अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता, तकनीकी और वित्तीय कारणों से 11 से पूर्व सड़क निर्माण कार्य में असमर्थता जाहिर की। पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता अमित नेगी का कहना है कि प्रस्तावित सड़क की टेक्नीकल बीट को स्वीकृति मिल गई है लेकिन आचार संहिता के कारण अग्रीम कार्रवाई नहीं हो पाई है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद सड़क निर्माण की अन्य प्रक्रिया पूर्ण कर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।