उत्तराखंड में रेमडेसिवर की भारी कमी, तीरथ सरकार ने केंद्र से मांगे 10000 इंजेक्शन
देहरादून, अप्रैल 16: कोरोना संक्रमण का शिकार हुए मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन को इलाज के लिए काफी अहम माना जा रहा है। देश भर में इन दिनों इस इंजेक्शन की खूब मांग है और कई राज्यों में तो किल्लत पैदा हो गई है। ऐसे में संक्रमितों के स्वजन को भटकना पड़ रहा है। रेमडेसिवर इंजेक्शन की उत्तराखंड में कमी है। अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों पर इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। सरकार ने केंद्र सरकार से 10 हजार इंजेक्शन की मांग की है। इसमें दो से तीन हजार इंजेक्शन जल्द मिल जाने की उम्मीद है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से रेमडेसिविर के 10,000 इंजेक्शनों की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से बातचीत की गई है। इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही 2,000-3,000 इंजेक्शन मिलने की उम्मीद जताई। इंजेक्शन की कमी सिर्फ उत्तराखंड में ही नहीं है, छत्तीसगढ़ में भी रोमडेसिविर इंजेक्शन की काफी किल्लत हो रही है। मेडिकल स्टोर्स पर लंबी कतारें लगी हुई हैं।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने बृहस्पतिवार को कोचिंग संस्थान और स्पा को खोलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही शादी और दूसरे समारोह में 200 से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी गई है। राज्य के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने आदेश जारी कर कहा कि सभी धार्मिक, राजनीतिक और विवाह जैसे सामाजिक समारोहों में 200 से ज्य़ादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे।
उधर शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों को कोविड-19 से बचाने के लिए समस्त सीईओ और डीईओ को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। वर्चुअल माध्यम से उन्होंने अधिकारियों से बात कर कहा कि स्कूलों में साफ सफाई का खास ध्यान रखा जाए।
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