उत्तराखंड: आलाकमान को पत्र लिखकर सीएम त्रिवेंद्र को हटाने की मांग करने वाले लाखीराम जोशी पार्टी से निलंबित
देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी को भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भी जारी कर सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। बता दें कि यह कार्रवाई पार्टी ने इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए उस पत्र का संज्ञान लेते हुए की है, जिससमें प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नेतृत्व परिवर्तन का प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया था।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि पूर्व मंत्री जोशी को सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से बर्खास्त भी किया जा सकता है। प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि पार्टी में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। अतः किसी भी कार्यकर्त्ता को चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो अनुशासन हीनता के मामले में कोई रियायत नहीं दी जा सकती। यदि किसी के मन में कोई विषय है तो वे सीधा उनसे कहें वे उस विषय को उचित स्तर पर ले जाएंगे, लेकिन अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जा सकती।
मैंने
सही
बात
को
लेकर
PM
को
लिखा
पत्र:
लखीराम
जोशी
टिहरी
के
पूर्व
विधायक
लाखीराम
जोशी
के
पीएम
नरेंद्र
मोदी
को
लिखे
पत्र
ने
सियासी
हलचल
मचा
दी
है।
पत्र
लिखने
के
कारण
भाजपा
प्रदेश
संगठन
ने
लखीराम
जोशी
को
निलंबित
करने
के
मामले
में
पूर्व
विधायक
ने
कहा
कि
इस
तरह
किसी
का
निष्कासन
नहीं
किया
जा
सकता।
व्यवस्था
के
अनुसार
पहले
नोटिस
देना
पड़ता
है।
उसके
बाद
ही
निष्कासन
होता
है।
मैंने
सत्य
बात
को
लेकर
पीएम
नरेंद्र
मोदी
को
पत्र
लिखा
था।