राजकीय दून मेडिकल अस्पताल में राज्य का पहला लाइफस्टाइल क्लीनिक शुरू, यहां जीवनशैली को सुधारने का होगा प्रयास
दून अस्पताल में लाइफस्टाइल क्लीनिक का संचालन शुरू
देहरादून, 19 अगस्त। राजकीय दून मेडिकल अस्पताल में राज्य का पहला लाइफस्टाइल क्लीनिक का संचालन शुरू हो गया है। इसमें डॉक्टर लोगों की बिगड़ी जीवनशैली का इलाज कर उसे सुधारने में मदद करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने क्लीनिक का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही दिल के मरीजों के लिए बेहतर इलाज को कैथलैब का भी शिलान्यास किया गया। लैब के शुरू होने से मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलेगी।
रोग प्रबंधन के साथ लोग को प्रिवेंटिव हेल्थ की ओर प्रेरित करना
गलत खानपान, देर रात तक जागना, धूमपान और शराब आदि के सेवन से होने वाले हाईपरटेंशन, मधुमेह, मोटापा, कोलेस्ट्राल का बढऩा और अन्य रोगों में इजाफा होने से प्रबन्धन ने दून मेडिकल अस्पताल में राज्य का पहला लाइफ स्टाइल क्लीनिक का संचालन शुरू करने की पहल की है। इसके साथ ही दिल के मरीजों के लिए बेहतर इलाज को कैथलैब का भी शिलान्यास किया गया। लैब के शुरू होने से मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलेगी। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि लाइफ स्टाइल क्लीनिक का मकसद रोग प्रबंधन के साथ लोग को प्रिवेंटिव हेल्थ की ओर प्रेरित करना है। लाइफ स्टाइल क्लीनिक का संचालन ओपीडी के द्वितीय तल पर पीएमआर यफिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलिटेशन विभाग के साथ किया गया है। लाइफस्टाइल क्लीनिक में व्यायामए आहार आदि की भूमिका पर भी बात होगी। कम्युनिटी मेडिसिन का काम गैरसचारी रोगों के प्रति जागरुकता लाना और मरीज की काउंसलिंग करना होगा। यह सामूहिक प्रयास से एक सहायक पद्धति की तरह काम करेगा।
चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड में 339 स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में
स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों को जल्द फैकल्टी की कमी दूर होगी।चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड में 339 स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है।वहीं 2600 स्टाफ नर्स की भर्ती भी जल्द शुरू होगी। कैबिनेट ने वरिष्ठता के आधार पर नर्सों की भर्ती का निर्णय लिया था, जिसका जल्द शासनादेश होगा।उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कैथ लैब का कार्य जल्द पूरा किया जाए। ताकि राज्य स्थापना दिवस पर इसकी शुरुआत की जाए। उन्होंने कहा की राज्य में संस्थागत प्रसव की स्थिति में सुधार हुआ है।2015-16 में यह 68.6 प्रतिशत थी जो 2019-21 में 83. 2 प्रतिशत हो गई। इसे 100 प्रतिशत करने का प्रयास है।आयुष्मान योजना के तहत कोई भी मरीज भर्ती होता है तो डिस्चार्ज होने पर बिल संबंधी जानकारी उन्हें दी जाएगी।बिल पर मरीज के हस्ताक्षर लिए जाएंगे।इसके बाद ही बिल क्लियर होगा।कहा कि हर मेडिकल कॉलेज में लाइफ स्टाइल का अलग डिपार्टमेंट होगा।वही इससे जुड़ा सर्टिफिकेट कोर्स भी जल्द शुरू किया जाएगा।जितने भी सड़क दुर्घटना के मामले आएंगे उनका उपचार मुफ्त होगा। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डा आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में पैरामेडिकल स्टाफ से अधिक पद सृजित किए जा रहे है। जिसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाता है।इस प्रस्ताव को जल्द कैबिनेट की मंजूरी मिल जाएगी।हल्द्वानी में कैंसर यूनिट भी जल्द शुरू होगी इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज के नए ओटी व इमरजेंसी ब्लॉक का संचालन अगले 15 दिन में शुरू कर दिया जाएगा।सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों के अलग कैडर व वेतन संबंधी चिकित्सा शिक्षा मंत्री के निर्देश पर भी कार्य शुरू कर दिया गया है।