20 करोड़ रुपए आया 1 महीने का बिजली बिल, देखते ही उड़ गए होश
नई दिल्ली। आपके घर के बिजली का बिल अगर 20 हजार आ जाए तो आपके होश उड़ जाते हैं, लेकिन जरा सोचिए उसकी हालत कैसी हुई होगी, जिसके एक महीने का बिल 20 हजार रुपए नहीं बल्कि 20 करोड़ रुपए आ गए हैं। हैरान मत होइए ये बिल्कुल सच है। ऋषिकेश में एक दुकानदार के एक महीने का बिजली बिल 20 करोड़ हुए आया है। बिल आने के बाद उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई है। ये बिल सालों के बकाया का भी नहीं है बल्कि एक महीने का है। जिसने भी इस बिल के बारे में सुना हैरान होकर उससे मिलने चला आया।
1 महीने का बिल 20 करोड़
साधारण तौर पर 2000, 5 हजार लोगों के बिजली बिल आ जाए तो लोग उसमें भी परेशान हो जाते हैं, लेकिन ऋषिकेश के आइडीपीएल इलाके में रहने वाले राकेश कुमार को बिजली विभाग ने 20 करोड़ रुपए का बिजली का बिल भेज दिया. ऐसा भी नहीं है कि राकेश तपोवन किसी बड़े फैक्ट्री के मालिक हो या उनकी कोई मल्टी स्टोरी दुकान है। राकेश एक छोटी सी दुकान पर फोटो स्टेट और साइबर कैफे का संचालन करते हैं।
बिल की कॉपी निकलवाई तो उड़ गए होश
उनकी दुकाने में लगे बिजली का कनेक्शन का बिल उनके भाई देव प्रकाश के नाम पर आता है। शुक्रवार की सुबह ही राकेश को बिजली विभाग का संदेश मिल गया। मंथली बिल के लिए जैसे ही राकेश ने मैसेज खोलकर देखा उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। उसके पास उसकी दुकान के 1 माह का बिल 19 करोड़ 84 लाख 59 हजार 959 रुपए का आया। उसने फौरन बिल की डुप्लीकेट कॉपी निकलवाई।
सरकारी लापरवाही आई सामने
बिजली बिल के हार्डकॉपी में भी बिल अमाउंट सेम ही था। जिसके बाद उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की। बिजली विभाग ने माना की उनकी ओर से तकनीकी खामी के चलते ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि वो सालों से अपनी दुकान का बिल एक हजार से 1500 रुपए भरते आ रहे हैं। कभी इससे ज्यादा बिल नहीं आया। बिजली विभाग ने राकेश से माफी मांगी और सही बिल उनके मोबाइल पर भेजने का आश्वासान दिया। थोड़ी देर बाद फिर से उनके मोबाइल पर बिजली विभाग का मैसेज आया। इस बार जब डरते-जरते राकेश ने मैसेज खोला तो उनके पास 1690 रुपए के बिल का संदेश आया, जिसके बाद उन्होंने राहत की लंबी सांस ली।
विभाग की सफाई
वहीं इस पूरे मामले पर उपखंड अधिकारी मुनिकीरेती वैभव चमोली ने कहा कि बिजली बिल मशीन के सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव हुआ है। सॉफ्टवेयर में बदलाव की वजह से बिजली के बिलों में इस तरह की त्रुटियां आ रही हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के बिलों को दुरुस्त किया जा रहा है।