उत्तराखंड: पहाड़ी गांव में घायल युवती को सड़क तक लाने के लिए कुर्सी को पालकी बनाकर 5 किमी चलना पड़ा
उत्तराखंड, गोपेश्वर/ चमोली। भारत-तिब्बत सीमा की नीती घाटी के सूकी गांव में रविवार को खेतों में काम कर रही युवती पहाड़ी से आए पत्थर की चपेट में आने से घायल हो गई। जिसके बाद ग्रामीण कुर्सी की पालकी बनाकर युवती को पांच कि.मी तक पैदल सड़क मार्ग तक ले गए। उसके बाद सीएचसी जोशीमठ में डॉक्टर न होने की जानकारी मिलने पर जोशीमठ से ग्रामीण 42 किमी की दूरी तय कर युवती को घायल अवस्था में पीपलकोटी लाया गया। जहां स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय में युवती का उपचार किया जा रहा है।
स्थानीय निवासी लक्ष्मण ने बताया कि रविवार को सूकी गांव निवासी 18 वर्षीय करीना दोपहर में अपने खेत में काम कर रही थी। इस दौरान पहाड़ी से छिटके पत्थर की चपेट में आने वह घायल हो गई। जिसके बाद युवती के परिजनों और ग्रामीण कुर्सी की डोली बनाकर दो घंटे की मशक्कत के बाद पांच किलोमीटर की पैदल दूरी तय सड़क मार्ग तक लाया गया।
युवती को निजी वाहन से जोशीमठ लाया गया लेकिन वहां डॉक्टर न होने के जानकारी मिलते ही युवती के परिजन उसे घायल अवस्था में पीपलकोटी लाए। इसके बाद युवती को स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां युवती का उपचार चल रहा है।
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