उत्तराखंड में मानसून की दस्तक, चारधाम यात्रा मार्ग बाधित, क्या है पूरे उत्तराखंड का हाल, जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त
देहरादून, 30 जून। उत्तराखंड में मानसून के दस्तक से कई इलाकों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के साथ ही अगले 24 घंटे के भीतर नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। साथ ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पहली बारिश से चारधाम यात्रा मार्गों सहित कई जगहों पर यातायात प्रभावित हो गया है।

बद्रीनाथ- केदारनाथ हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित
मानसून की दस्तक के साथ ही पहाड़ के कई इलाकों में जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। बद्रीनाथ- केदारनाथ हाईवे बरसात के चलते मलबा आने से वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित हो गया है। बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में सुबह 4 बजे से बन्द है, यहां पहाड़ी से लगातार मलबा व पत्थर गिर रहे हैं। जिस कारण यहां हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। जिला प्रशासन और पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही शुरू करवाई है। इसके अलावा जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण हाईवे पर जगह - जगह पत्थर गिर रहे हैं। मौसम विभाग और शासन की तरफ से सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही चारधाम यात्रा को आने वाले यात्रियों से भी मौसम देखकर ही यात्रा करने की सलाह दी जा रही है।
पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण 04 यात्री घायल, एक की मौत
थाना सोनप्रयाग से मिली जानकारी के बाद एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि सोनप्रयाग से 500 मीटर दूर पहाड़ से पत्थर आने के कारण कुछ लोग घायल हो गए है। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ पोस्ट सोनप्रयाग से रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिय रवाना हुई। मौके पर पता चला कि केदारनाथ से दर्शन करके सोनप्रयाग की ओर यात्री के साथ घटना हुई। अत्याधिक वर्षा होने से पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण 04 यात्री घायल हो गए। जिसमे से एक यात्री के गंभीर चोटें लग जाने पर मृत्यु हो गई। एसडीआरएफ टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पत्थर गिरने से घायल हुए 03 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया। व एक व्यक्ति नाम जयंती लाल उम्र 50 वर्ष निवासी राजस्थान के शव को बरामद कर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।
प्रदेशभर में 46 सड़कें अब भी बंद
बीते दो दिनों में हुई बारिश के बाद आए मलबे ने कुल 138 सड़कों को नुकसान पहुंचाया है। इनमें से 92 सड़कों को खोल दिया गया था। प्रदेशभर में 46 सड़कें अब भी बंद हैं। वहीं गुरुवार सुबह बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे भी बंद हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया। बारिश के कारण सुबह ही बदरीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ और गौरीकुंड हाइवे नौला पानी में बंद हो गए थे। ऋषिकेश बद्रीनाथ राजमार्ग सिरोहबगड में भूस्खलन से बंद हो गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जनपद रुद्रप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत देर रात्रि मे लगातार हुई बारिश के कारण सिरोबगड़ के पास NH अवरुद्ध है। मार्ग खोलने के प्रयास सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के स्तर से जारी हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत उस क्षेत्र मे वाहनो की आवाजाही रोकी गयी है। छोटे वाहनो को वैकल्पिक मार्ग खांकरा-छांतीखाल-श्रीनगर का प्रयोग करने के लिए बताया जा रहा है। चौकी प्रभारी जवाड़ी बाईपास द्वारा सीमावर्ती पुलिस चौकी कलियासौड़ (जनपद पौड़ी) से भी निरन्तर समन्वय स्थापित किया जा रहा है।