कांवड़ यात्रा पर निकलें तो इन सभी बातों का रखें विशेष ध्यान, पुलिस और तीसरी आंख की रहेगी खास नजर
देहरादून, 29 जून। कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी है। कांवड़ के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी को देखते हुए इसके लिए पुलिस की ओर से लगातार कांवड़ियों के लिए प्रचार प्रसार भी शुरू हो गया है। लाठी डंडों को लेकर पुलिस की ओर से किए गए सख्ती पर उत्तराखंड पुलिस ने संदेश जारी कर कहा है कि कांवड़ के दौरान बेसबॉल बैट, नुकीला भाला, हॉकी पर प्रतिबंध रहेगा। पुलिस ने इस बार काफी संख्या में कांवड़िये आने की उम्मीद जताई है। जिस वजह से तैयारियां तेज कर दी हैं।

ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल और सोशल मीडिया की निगरानी भी बढ़ाई जाएगी
14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरु होने जा रही है। इस बार यात्रा 2 साल के बाद शुरु हो रही है तो पुलिस प्रशासन को इस बार पिछले सालों की तुलना में अधिक भीड़ होने की उम्मीद है। ऐसे में पुलिस ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी है। डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल और इंटेलिजेंस की बैठक में इस पर निर्णय भी हो चुका है। जिसमें इस बात पर सहमति हुई कि कांवड़ के दौरान कोई भी पहचान पत्र के बिना नहीं आ सकेगा।धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले गाने बजाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के तहत ड्रोन, पीएसी, सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल और सोशल मीडिया की निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। आपसी समन्वय के लिए यूपी, हरियाणा और हिमाचल के नोडल अफसर हरिद्वार में बने कांवड़ कंट्रोल रूम में बैठेंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम, दून-मसूरी आने वाले यात्रियों के लिए हरिद्वार से हटकर रूट तैयार किए गए हैं। नुकीले भाले समेत तमाम तरह के हथियार लेकर आने वाले कांवड़ियों को प्रतिबंधित किया जाएगा।
यात्रा में अन्य कई चीजों पर रहेगा प्रतिबंध
इसके अलावा अंतरराज्यीय बैरियर चेक पोस्ट पर संयुक्त जांच होगी। दिल्ली से हरिद्वार व मेरठ वापस जाने के लिए कावड़ियों के लिए हाईवे के बाएं ओर को उपयोग करने का निर्णय लिया गया है साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर एवं भंडारे हाईवे के बाएं और ही मुख्य मार्ग से 15 फीट दूर लगाए जाएंगे। कावड़ियों द्वारा 7 फीट से ऊंची कावड़ न बनाने ट्रेन की छतों पर यात्रा न करने के लिए प्रचार प्रसार किया जाए, साथ ही मादक पदार्थों के सेवन न करने के लिए भी जागरूक किया जाएगा। डीजे और शिविरों पर बजने वाले गानों की मॉनिटरिंग की जाएगी। साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम,मसूरी और देहरादून आने वाले यात्रियों को लिए हरिद्वार से हटकर तैयार किये गये अलग रुट का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस रहेगी मुस्तैद
पुलिस प्रशासन इस बार तैयारियों में किसी तरह की कोई कमी नहींं करना चाहती है। यात्रा को लेकर इस बार उत्साह को देखते हुए पुलिस को इस बार 4 करोड़ से अधिक कांवड़िये आने की संभावना जताई गई है। ऐसे में कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सैक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें लगभग 9-10 हजार कर्मी पुलिस व्यवस्था में लगेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन, सीसीटीवी का इस्तेमाल और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को बढ़ाया जाएगा।