कुंभ मेला 2021: उत्तराखंड सरकार का बड़ा कदम, हरिद्वार को किया 'बूचड़खाना मुक्त' घोषित
हरिद्वार: त्रिवेंद्र सरकार ने कुंभ मेले से पहले बड़ा कदम उठाते हुए हरिद्वार को स्लाटरहाउस फ्री कर दिया है।उत्तराखंड सरकार ने एक आदेश जारी कर हरिद्वार के सभी शहरी स्थानीय निकायों को "बूचड़खान मुक्त" घोषित करने का फैसला किया। सरकार ने इन बूचड़खानों को पूर्व में संचालित करने के लिए दिए गए लाइसेंस और मंजूरी को भी रद्द कर दिया है। जिसमें हरिद्वार जिले की दो नगर निगम, दो नगर पालिका परिषद और पांच नगर पंचायत शामिल हैं।
बूचड़खाने पर राज्य के शहरी विकास विभाग द्वारा जारी अधिसूचना कुंभ मेले 2021 से आने से पहले जारी की गई है। दरअसल, भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि हरिद्वार जैसे धार्मिक शहर में बूचड़खानों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, जिसका कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी समर्थन किया था और मुख्यमंत्री से हरिद्वार शहर में बूचड़खानों के संचालन को रोकने का आदेश जारी करने का आग्रह किया था।
उत्तराखंड की धार्मिक नगरी तथा आस्था के केंद्र हरिद्वार में बूचड़खानों (स्लॉटर हाउस) को बंद करने की हमारी मांग को स्वीकार करते हुए, उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री @tsrawatbjp जी ने इन्हें तत्काल रूप से बंद करने के आदेश दिए हैं। 1/3 pic.twitter.com/GRHofXi3zv
— Satpal Maharaj (@satpalmaharaj) March 3, 2021
वहीं अब आदेश आने के बाद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए इन्हें बंद करने का विधिवत आदेश पारित किया है। इसके लिए मेरी ओर से हार्दिक आभार। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया था कि पतित पावन गंगा मां की नगरी हरिद्वार आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी है, अतः यहां स्लॉटर हाउस पर रोक लगाई जाए क्योंकि इनसे लाखों लोगों की भावनाएं आहत होती हैं।
मालूम हो कि हरिद्वार में 1 से 30 अप्रैल तक आयोजित होने वाले कुंभ मेला 2021 की तैयारी चल रही है। उत्तराखंड सरकार ने COVID-19 महामारी के कारण इस वर्ष कुंभ को 30 दिनों तक सीमित करने का निर्णय लिया है। कुंभ मेले के प्रभारी अधिकारियों ने कहा कि जो लोग धार्मिक मंडली में जाते हैं, उन्हें एक पोर्टल पर पहले रजिस्ट्रेश करना चाहिए और एक कोविड-19 की नकारात्मक रिपोर्ट साथ होनी चाहिए।