कांग्रेस में जाने के लिए 100 बार नहीं 1 लाख बार भी माफी मांगने को तैयार हैं हरक सिंह, जानिए क्या है मामला
देहरादून, 18 जनवरी। उत्तराखंड की सियासत के कद्दावर नेता माने जाने वाले हरक सिंह रावत अब कांग्रेस में जाने के लिए हरीश रावत से माफी मांगने की बात कर रहे हैं। हरक सिंह ने उत्तराखंड के हित के लिए 100 बार की जगह 1 लाख बार माफी मांगने की तक बात की है। ऐसे में ये साफ हो गया है कि हरक सिंह के कांग्रेस में आने के लिए अभी हरीश रावत तैयार नहीं दिख रहे हैं। जिससे हरक सिंह की कांग्रेस में ज्वाइनिंग नहीं हो पा रही है।

कांग्रेस का हाथ थामने को बेकरार, हरदा नहीं तैयार
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस का हाथ थामने को बेकरार तो हैं, लेकिन हाईकमान से अब तक कोई हरी झंडी नहीं मिल पा रही है। हालांकि ये तय माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति भी कांग्रेस ज्वाइन करेंगी। दो दिन से सोशल मीडिया में हरक सिंह रावत के अपनी बहू के साथ दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामने के लेकर दावा किया जा रहा है। लेकिन कांग्रेस हाईकमान अभी तक हरक सिंह को लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। उधर हरक सिंह रावत ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि
मैंने आज सुबह कांग्रेस पार्टी के नेताओं से बात की है। वह मुझे जल्द ही अपना निर्णय बताएंगे और मैं उसी के आधार पर अपने फैसले लूंगा। उन्होंने कहा कि वह हरीश रावत मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनसे सौ बार माफी मांग सकता है। मैं उत्तराखंड का विकास चाहता हूं। उत्तराखंड के लिए वे 100 की जगह 1 लाख बार माफी मांगने को तैयार हूं।
2016 की बगावत के सूत्रधार थे हरक
हरक सिंह के इस बयान के बाद इस तरह की चर्चा तेज है कि हरीश रावत की वजह से अब तक हाईकमान हरक सिंह को लेने का निर्णय नहीं ले पा रही है। हरीश रावत लगातार प्रचार-प्रसार के दौरान 2016 में हरक सिंह समेत सभी बागियों पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते आ रहे हैं, जिस वजह से कांग्रेस की सरकार को जाना पड़ा था। इसके लिए हरीश रावत हरक सिंह से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग करते आए हैं। लेकिन हरक सिंह ने भी अब माफी मांग कर गेंद हरीश रावत के पाले में डाल दी है। जिसके बाद अब हरक सिंह को कांग्रेस में लेने के निर्णय पर कांग्रेस को जल्द फैसला ले सकती है। हरक सिंह के प्रकरण के चलते ही कांग्रेस की प्रत्याशियों की सूची लेट हो रही है।
हरक प्रकरण से बदले कई समीकरण
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में अब टिकटों की घोषणा हरक एपीसोड के पूरा होने के बाद ही होगी। वहीं पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने फंसी हुई सीटों पर एक बार फिर मंथन बैठक कर पैनल तैयार कर लिए हैं, जिन्हें मंगलवार को केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) को सौंपा जाएगा। इधर हरक सिंह के कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच कुछ अन्य विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें भी सोशल मीडिया में लगातार सामने आ रही है। जिसमें से यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत खुद सोशल मीडिया में सामने आए हैं। यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत भाजपा छोड़ने के कयासों पर विराम लगाया है। केदार सिंह रावत ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर कहा कि मैं कहीं भी किसी के पीछे जाने वाला नहीं हूं। हरक सिंह प्रकरण की आंच युमनोत्री विधान सभा क्षेत्र तक पहुंची है। हरक सिंह के भाजपा से निष्कासन के बाद यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत के भी पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। जिस पर केदार सिंह रावत ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा है। वीडियो में केदार सिंह रावत कह रहे हैं कि मुझे भाजपा के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है। जब भी प्रदेश में उम्मीदवारों की सूची जारी होगी तो उसमें मेरा भी नाम होगा। सोशल मीडिया पर अनर्गल चर्चाएं चल रही हैं। मैं कहीं भी किसी के पीछे जाने वाला नहीं हूं। और न जाने का कोई कारण है।