उत्तराखंड पुलिस ने COVID-19 रिलीफ फंड में डोनेट किए 3 करोड़
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी की लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में उत्तराखंड पुलिस की तरफ से 3 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी है। बता दें कि उत्तराखंड पुलिस ने अपने एक दिन का वेतन कोरोना से जंग के लिए दान किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड पुलिस के इस कदम की तारीफ की और कहा कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस की भूमिका काफी सराहनीय रही है।
डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड पुलिस के जितने भी राजपत्रित अधिकारी हैं, वो भी सीएम राहत कोष में कोरोना पीड़ितों के लिए अपने तीन दिन का वेतन देंगे। यह राशि स्वैच्छिक योगदान से मुख्यंमत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। जिसके अन्तर्गत स्वेच्छा से राजपत्रित अधिकारी 03 दिन एवं अराजपत्रित अधिकारी और कर्मचारी अपना 01 दिन का वेतन देंगे। उत्तराखंड के लिए कोरोना से जंग में इतनी रकम वास्तव में बेहद मददगार साबित हो सकती है।
उत्तराखंड राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गुरुवार को सूबे में कोरोना वायरस का कोई नया केस सामने नहीं आया है। राज्य में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या 37 है। इसमें 9 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। बता दें कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले देहरादून से सामने आए है। देहरादून से कोरोना के मामला सामने आने के बाद इस रेड जोन घोषित किया गया है। जबकि सात जनपदों में एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं आने से उन्हे ग्रीन जोन में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमित मामलों के आधार पर रेड और ग्रीन जोन की श्रेणी सूची जारी की है। इसमें देहरादून में 18, ऊधमसिंह नगर में चार, हरिद्वार में पांच, नैनीताल में आठ, अल्मोड़ा व पौड़ी में एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पांच शहरों में 15 इलाकों को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। जबकि उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत जनपद में अभी तक कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव मामला नहीं आया है।
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