पेट्रोल की बोतल लेकर AIIMS बिल्डिंग की छत पर चढ़ गया कर्मचारी
Uttarakhand news, ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश से निष्कासित कर्मचारियों का मामला अब और गर्माता जा रहा है। कर्मचारी एम्स प्रबंधन के रवैये से खासे नाराज हैं। मांगें नहीं माने जाने को लेकर हड़ताली कर्मचारी दाताराम ममगाई हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर पांचवें मंजिल की छत पर चढ़ गया।
पुलिस, फायर बिग्रेड को बुलाया
एम्स से निकाले गए 60 कर्मचारी पिछले 50 दिनों से धरने पर बैठे हैं। लेकिन उनकी बातों को कोई नहीं सुन रहा। हड़ताली कर्मचारी पहले ही चेतावनी दे चुके थे। बावजूद इसके प्रशासन, पुलिस और एम्स ने कोई ध्यान नहीं दिया। सोमवार को सुबह करीब नौ बजे जैसे दाताराम ममगांई एम्स की छत पर चढ़े एम्स प्रबंधन के हाथ-पैर फूल गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए बाद में पुलिस और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया।
एम्स कर्मचारी को निकाला
कर्मचारी का कहना है कि उन्हें गलत निष्कासित किया है। वे लगातार एम्स डायरेक्टर से वार्ता करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन एम्स प्रबंधन उन्हें नौकरी पर रखना तो दूर उनकी बात सुनने तक को तैयार नहीं है। कर्मचारी के छत पर चढ़ने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार रेखा आर्य और कोतवाल रितेश शाह घटना स्थल पर पहुंचे और एम्स डायरेक्टर प्रोफेसर रवी कांत मामले को लेकर वार्ता की। इसके बाद इसके बाद निष्कासित कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एम्य के डिप्टी डायरेक्टर अंशुमान गुप्ता से मिले। हालांकि उनकी वार्ता पर कोई नजीता नहीं निकल पाया। एम्स कर्मचारियों के समर्थन में राज्य मंत्री भगतराम कोठारी भी उतर आए।
धरने पर हैं कर्मचारी
उन्होंने कहा कि कि जब तक निष्कासित 60 कर्मचारियों की बहाली नहीं की जाती आंदोलन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने एम्स निदेशक के व्यवहार पर और मनमानी पर भी सवाल खड़े किए। कर्मचारियों का आरोप है कि एम्स निदेशक कर्मचारियों से सही ढंग से बात नहीं करते। उनको वार्ता का समय भी नहीं दिया गया और न उनकी बातों को सुनने को तैयार हैं।
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