उत्तराखंड: पोती के यौन शोषण का आरोप लगने के बाद पूर्व मंत्री ने की खुदकुशी
नई दिल्ली, 27 मई: उत्तराखंड के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री राजेंद्र बहुगुणा ने बुधवार को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री और वर्तमान में रोडवेज कर्मचारी नेता ने घर के पास बने ओवरहेड टैंक पर चढ़कर पुलिस की मौजूदगी में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार बहुगुणा पारिवारिक विवाद में बहू के द्वारा उन पर लगाए गए गंभीर आरोपों से आहत थे। वह पारिवारिक विवाद और इस संबंध में बहू की तरफ से लगाए गए आरोपों को लेकर बेहद तनाव में थे।
पूर्व मंत्री राजेंद्र बहुगुणा के खिलाफ उनकी पुत्र वधू ने तीन दिन पहले पोती से दुष्कर्म का मुक़दमा दर्ज़ कराया था। जिससे वो आहत थे। उन्होंने हल्द्वानी के भगत सिंह कॉलोनी में पानी की टंकी पर चढ़ने से पहले खुद ही 112 नंबर पर पुलिस को कॉल कर सूचना दी थी। राजेंद्र बहुगुणा बुधवार दोपहर करीब एक बजे घर से कुछ दूरी पर बने ओवरहेड टैंक के ऊपर पिस्तौल लेकर चढ़ गए और उन्होंने खुद की कनपट्टी पर रख दी। काफी देर तक लोग और पुलिसकर्मी वहां से उतरने को मनाते रहे लेकिन वे नहीं माने और कूदने की बात कहने लगे।
इसी दौरान सूचना पर पहुंचे बनभूलपुरा थाना एसओ नीरज भाकुनी ने काफी देर तक उन्हें समझाने की कोशिश की और बातचीत करने के लिए नीचे बुलाया मगर उन्होंने नीचे उतरने के लिए मना किया। एसओ बनभूलपुरा के मुताबिक नीचे आने की बात पर जब उन्होंने माइक रखा, उसी दौरान बहुगुणा ने खुद को गोली मार ली। पुलिस उन्हें घायल अवस्था में एसटीएस लेकर पहुंची। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 31 अक्तूबर को वह रिटायर होने वाले थे। घर में वह बेटे, पत्नी और बहू के साथ रहते थे।
परिवार के अनुसार बहू ने उनके ऊपर नातिन से दुराचार का आरोप लगाया था, जिससे बहुगुणा दुखी थे। अभी इस मामले में पुलिस ने बच्ची का बयान नहीं लिए थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राजेंद्र बहुगुणा के परिवार में ही कलह चल रही थी। उनके बेटे का अपनी पत्नी से मनमुटाव चल रहा था। वह पति से दूर घर के दूसरे कमरे में रह रही थी। बेटे ने पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें पिता को आत्महत्या के लिए उकसाने की बात दर्ज है।
जेल में बंद महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
राजेंद्र बहुगुणा भारतीय मजदूर संघ, परिवह संघ, रोडवेज एम्पलॉयी यूनियन, इंटक मजदूर संघ के नेता थे। एनडी तिवारी के कार्यकाल के दौरान वह दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री भी बने थे। हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। शहर में उनका एकबड़ा बार और रेस्टोरेंट है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एचआर बहुगुणा से परिवार के ही एक सदस्य की ओर से तकरीबन 40 लाख रुपये की अवैध मांग किए जाने की बात भी सामने आ रही है।