उत्तराखंड में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट बनी मुसीबत, 6 सीटों पर प्रत्याशी बदलने की चर्चाओं ने बढ़ाई टेंशन
कांग्रेस में नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा, दिग्गज नाराज
देहरादून, 26 जनवरी। उत्तराखंड कांग्रेस में दूसरी लिस्ट आने के बाद बगावती तेवर ज्यादा नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं पहली बार कांग्रेस में टिकट पर पुर्नविचार की खबर सोशल मीडिया में सामने आ चुकी है। इनमें से 6 सीटों पर सबसे ज्यादा कांग्रेस मुसीबत में नजर आ रही हैं। खास बात ये है कि इनमें हरीश रावत की रामनगर से चुनाव लड़ने वाली सीट भी शामिल है। कांग्रेसी सूत्रों का दावा है कि बुधवार को इसको लेकर पार्टी नेतृत्व ने बैठक कर मंथन भी किया है। ऐसे में कई सीटों को लेकर दोबारा प्रत्याशियों के नामों पर विचार करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि कांग्रेस अगर इस तरह का निर्णय लेती है तो कांग्रेस की राह आगे और मुश्किल हो सकती है।
11
में
से
10
नए
चेहरे
उत्तराखंड
में
कांग्रेस
की
अब
तक
दो
लिस्ट
सामने
आ
चुकी
है।
पहली
सूची
में
53
और
दूसरी
सूची
में
11
प्रत्याशियों
की
सूची
सामने
आ
चुकी
है।
लेकिन
सबसे
ज्यादा
बगावत
11
प्रत्याशियों
की
सूची
को
लेकर
है।
दूसरी
सूची
में
दूसरी
सूची
में
11
में
से
10
नए
चेहरे
हैं।
इनमें
डोईवाला
सीट
पर
मोहित
उनियाल,
ऋषिकेश
सीट
पर
जयेंद्र
रमोला,
ज्वालापुर
में
बरखा
रानी,
झबरेड़ा
सीट
पर
वीरेंद्र
जाती,
खानपुर
में
सुभाष
चौधरी,
लक्सर
सीट
पर
अंतरिक्ष
सैनी,
कालाढूंगी
सीट
पर
डॉ.
महेंद्र
पाल,
लैंसडौन
सीट
पर
पूर्व
कैबिनेट
मंत्री
हरक
सिंह
रावत
की
पुत्रवधू
अनुकृति
गुसाईं
रावत
को
टिकट
दिया
गया
है।
रामनगर
से
पहली
बार
हरीश
रावत
चुनाव
मैदान
में
हैं।
इसमें
6
सीटों
पर
कांग्रेस
के
अंदर
ज्यादा
बगावती
तेवर
देखने
को
मिल
रहे
हैं।
इनमें
डोईवाला,ऋषिकेश,
रामनगर,
लैंसडाउन,
लालकुंआ,
कालाढूंगी
सीटें
शामिल
हैं।
कांग्रेस
के
लिए
सबसे
मुश्किल
रामनगर
सीट
पर
पुर्नविचार
करना
हो
रहा
है।
इस
सीट
पर
चुनाव
अभियान
की
कमान
संभाल
रहे
पूर्व
मुख्यमंत्री
हरीश
रावत
की
दावेदारी
को
लेकर
है।
इस
सीट
पर
कार्यकारी
अध्यक्ष
रणजीत
रावत
की
नाराजगी
कांग्रेस
के
लिए
सबसे
बड़ी
टेंशन
का
कारण
है।
रणजीत
रावत
ने
हरीश
रावत
का
टिकट
फाइनल
होने
के
बाद
कार्यकर्ताओं
के
साथ
मिलकर
चुनाव
लड़ने
को
लेकर
मंथन
भी
कर
चुके
हैं।
रणजीत
रावत
का
कहना
है
कि
5
साल
तक
फसल
तैयार
करने
के
बाद
हरीश
रावत
अब
फसल
पर
बुलडोजर
चलाने
आ
रहे
हैं।
हरीश
रावत
के
लिए
रणजीत
रावत
की
नाराजगी
चुनाव
में
मुश्किल
खड़ी
कर
सकता
है।
हरीश
रावत
सीट
पर
नामांकन
करने
का
ऐलान
कर
चुके
हैं।
लेकिन
रणजीत
रावत
के
विरोध
के
बाद
सोशल
मीडिया
में
प्रत्याशी
बदलने
को
लेकर
भी
चर्चा
तेज
है।
इतना
ही
नहीं
दावा
किया
जा
रहा
है
कि
हरीश
रावत
को
हरिद्वार
ग्रामीण
से
प्रत्याशी
बनाया
जा
सकता
है।
इस
सीट
पर
कांग्रेस
ने
अभी
प्रत्याशी
घोषित
नहीं
किया
है।
खुलकर
दिग्गज
कर
रहे
विरोध
ऋषिकेश
सीट
पर
जयेंद्र
रमोला
को
टिकट
देने
के
बाद
राजपाल
खरोला
और
शूरवीर
सिंह
सजवाण
अपने
समर्थकों
के
साथ
हरीश
रावत
के
राजपुर
रोड
स्थित
आवास
पर
पहुंच
गए
और
जमकर
विरोध
किया।
इसी
तरह
लालकुआं
और
कालाढूंगी
विधानसभा
सीट
पर
भी
कांग्रेस
प्रत्याशी
बदल
सकती
है।
लालकुआं
से
कांग्रेस
ने
संध्या
डालाकोटी
को
उम्मीदवार
बनाया
है,
लालकुआं
से
पूर्व
कैबिनेट
हरीश
चंद्र
दुर्गापाल
ने
बागी
तेवर
दिखा
दिए
हैं।
टिकट
मिलने
के
बाद
संध्या
डालाकोटी
जब
दुर्गापाल
का
आशीर्वाद
लेने
पहुंची
तो
उनके
समर्थकों
ने
गेट
बंद
कर
मुलाकात
ही
नहीं
होने
दी।
कालाढूंगी
से
पूर्व
सांसद
महेंद्र
पाल
सिंह
प्रत्याशी
हैं।
कालाढूंगी
से
लंबे
समय
से
तैयारी
कर
रहे
महेश
शर्मा
भी
नाराज
बताए
जा
रहे
हैं।
डोईवाला
में
नए
चेहरे
को
लेकर
कार्यकर्ता
नाराज
बताए
जा
रहे
हैं।