आपदा को लेकर सड़क पर कांग्रेस, पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने किया शक्ति प्रदर्शन
आपदा को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने किया शक्ति प्रदर्शन
देहरादून, 28 अक्टूबर। उत्तराखंड में आपदा प्रभावितों की अनदेखी और पीड़ितों को राहत न दिए जाने को लेकर गुरूवार को कांग्रेस ने उपवास और धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस की और से पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने पहले सचिवालय कूच किया। हबाद में पुलिस के रोकने पर कांग्रेसियों ने सड़क पर ही बैठकर उपवास और धरना दिया। कांग्रेस ने आज दो - अभी दो आपदा पीड़ितों को राहत दो के नारे के साथ प्रदर्शन किया।
सचिवालय
कूच
और
शक्ति
प्रदर्शन
उत्तराखंड
में
बीते
दिनों
आई
आपदा
में
राहत
और
बचाव
कार्य
को
लेकर
विपक्ष
सरकार
पर
हमलावर
हो
गई
है।
कांग्रेस
ने
प्रदेश
की
भाजपा
सरकार
को
आपदा
प्रबंधन
में
पूरी
तरह
से
फेल
करार
दिया
है।
इसके
विरोध
में
कांग्रेसियों
ने
28
अक्टूबर
को
प्रदेशभर
में
उपवास
कार्यक्रम
आयोजित
किया
था।
साथ
ही
सरकार
को
5
दिन
का
समय
भी
दिया
है।
जिसके
बाद
कांग्रेस
ने
आपदा
को
लेकर
बड़ा
आंदोलन
करने
की
चेतावनी
दी
है।
इसी
के
तहत
गुरूवार
को
कांग्रेसियों
ने
सचिवालय
के
गेट
के
बाहर
उपवास
और
धरना
प्रदर्शन
करने
का
कार्यक्रम
आयोजित
किया।
पहले
कांग्रेसियों
ने
पूर्व
सीएम
हरीश
रावत
के
नेतृत्व
में
सचिवालय
कूच
किया।
लेकिन
बीच
में
ही
पुलिस
ने
रोक
लिया।
इसके
बाद
कांग्रेसी
सड़क
पर
बैठकर
ही
विरोध
प्रदर्शन
करने
लगे।
कांग्रेसियों
ने
सरकार
को
चेताया
कि
यदि
आपदाग्रस्त
क्षेत्रों
में
राहत
कार्यों
में
तेजी
नहीं
लाई
जाएगी
तो
आंदोलन
उग्र
होगा।
गृह
मंत्री
पर
भी
साधा
निशाना
गृह
मंत्री
अमित
शाह
ने
बीते
दिनों
आपदाग्रस्त
क्षेत्रों
का
हवाई
सर्वेक्षण
किया।
इस
दौरान
उनके
साथ
राज्यपाल
और
सीएम
पुष्कर
सिंह
धामी
भी
मौजूद
रहे।
अमित
शाह
ने
हवाई
सर्वेक्षण
के
बाद
देहरादून
आकर
सीएम
पुष्कर
सिंह
धामी
सरकार
की
आपदा
में
तत्परता
दिखाने
और
कार्य
में
तेजी
लाने
को
लेकर
पीठ
थपथपाई।
एक
बार
फिर
अमित
शाह
30
अक्टूबर
को
देहरादून
आ
रहे
है।
इससे
पहले
कांग्रेस
ने
गुरूवार
को
देहरादून
में
शक्ति
प्रदर्शन
किया।
पूर्व
सीएम
हरीश
रावत
के
नेतृत्व
में
कांग्रेसियों
ने
भाजीन
पा
सरकार
को
आपदा
प्रबंधन
में
फेल
बताया।
खुद
हरीश
रावत
ने
अमित
शाह
गो
बैक
के
पोस्टर
लेकर
विरोध
जताया।
पोस्टर
में
संवदेनहीन
भाजपा
सरकार
के
नारे
भी
लिखे
थे।
जिसके
जरिए
कांग्रेस
ने
दो
संदेश
दिए।
कांग्रेस
अमित
शाह
के
दौरे
से
पहले
राज्य
सरकार
को
भी
चेताने
का
काम
कर
रही
है।
आपदा
को
लेकर
आमने
सामने
चुनावी
साल
में
आपदा
प्रबंधन
को
लेकर
सत्ताधारी
भाजपा
और
विपक्ष
कांग्रेस
आमने
सामने
है।
भाजपा
जहां
अपने
सीएम
पुष्कर
सिंह
धामी
की
तत्परता
और
राहत
कार्यों
को
लेकर
लगातार
प्रचार-प्रसार
करने
में
जुटी
है।
जिसमें
सीएम
धामी
ने
गांवों
में
जाकर
लोगों
से
मिलकर
उनकी
समस्याओं
का
समाधान
निकालने
के
साथ
ही
आपदा
मानकों
में
बड़ा
बदलाव
भी
किया।
इसके
जरिए
सरकार
आपदा
पीड़ितों
का
दर्द
बांटने
में
भी
काफी
हद
तक
कामयाब
हुई
है।
लेकिन
कांग्रेस
आपदा
के
बाद
राहत
कार्यों
में
सरकार
की
कमियों
को
उजागर
करने
में
जुटी
है।
तीन
दिनों
तक
आपदाग्रस्त
क्षेत्रों
में
रहने
के
बाद
कांग्रेस
ने
राज्य
सरकार
को
फेलियर
बता
रही
है।
जिसके
बाद
अब
सड़कों
पर
उतरकर
विरोध
प्रदर्शन
और
आंदोलन
किए
जा
रहे
हैं।