कोरोना काल में सुरक्षित कुंभ के आयोजन पर सीएम त्रिवेंद्र ने दिए निर्देश, अधिकारियों से ली तैयारी की रिपोर्ट
देहरादून। उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित हो रहे कुंभ मेले को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के संक्रमण काल में सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से कुंभ को संपन्न कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्पेशल कोविड ऑफिसर की भी तैनाती की है। कुंभ के आयोजन के लिए हो रहे निर्माण कार्यों को 31 जनवरी से पहले निपटाने के भी निर्देश दिए गए हैं। कुंभ आयोजन के कामों के लिए मेला अधिकारी को 2 करोड़ रुपए और गढ़वाल मंडल आयुक्त को 5 करोड़ रुपए तक की वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने के अधिकार दे दिए गए हैं।
बैठक में कुंभ मेले के आयोजन से संबंधित दिशा निर्देशों के अलावा मुख्यमंत्री ने वन भूमि हस्तांतरण के मामलों को जल्दी निपटाने के आदेश दिए। बैठक में लोक निर्माण विभाग के सचिव आर के सुधांशु ने कहा कि हरिद्वार को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पुलों के निर्माण का कार्य 31 जनवरी से पहले पूरा कर लिया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बैठक में कहा कि कुंभ मेले में कोविड19 प्रोटोकॉल का पालन कराने से संबंधित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि मेलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि हर दुकान पर सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जाय और प्रचार-प्रसार के माध्यम से कोरोना काल में सुरक्षा उपायों को लेकर लोगों को जागरूक किया जाय। कोविड हॉस्पिटल, कोविड सेंटर, कोविड कंट्रोल रूम के डाटाबेस मैनेजमेंट के साथ सभी कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन करने को कहा गया है। सचिव नगर विकास ने बैठक में बताया कुंभ मेले के अंतर्गत 473 करोड़ की लागत से 124 निर्माण कार्य हो रहे हैं जिसकी प्रगति की लगातार समीक्षा की जा रही है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से जुड़े मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कुम्भ मेला क्षेत्र का ड्रेसिंग व लेबिलिंग कार्य, अस्थायी निर्माण कार्यो, टिन टेन्टेज, अस्थायी पुलों के निर्माण के साथ ही साफ सफाई आदि के लिये जरूरी उपकरणों की खरीद की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक, कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने बैठक में बताया कि मेले में सुरक्षा की दृष्टि से 6 जोन, 24 सेक्टर, 21 थाने, 9 पुलिस लाइन, 23 पुलिस चौकी, 25 चेक पोस्ट के साथ ही आवश्यकतानुसार राज्य व केन्द्रीय पुलिस बलों की तैनाती की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही सुरक्षा के लिए आधुनिक संचार प्रणाली का उपयोग भी किया जाएगा।