अंतर्धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने वाले अफसर पर उत्तराखंड CM ने बिठाई जांच, कहा- लव जिहाद सख्ती से रोकेंगे
देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी में समाज कल्याण अधिकारी ने अंतर्जातीय और अंतर्धार्मिक विवाह करने पर पचास हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके खिलाफ जांच बिठा दी है। इस बारे में पूछे जाने पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उस अधिकारी के खिलाफ जांच के लिए मुख्य सचिव को निर्देशित किया गया है। कहा कि लव जिहाद की आड़ में आतंकवाद फैलानेवालों से सरकार सख्ती से निपटेगी और इसके लिए धार्मिक स्वातंत्र्य विधेयक लाने की तैयारी है।
टिहरी में समाज कल्याण अधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि राष्ट्रीय एकता की भावना जागृत करने और समाज में एकता बनाए रखने में अंतर्जातीय और अंतर्धार्मिक विवाह काफी सहायक साबित हो सकते हैं। इससे परिवारों में एकता की भावना आएगी और जात-पांत का भेदभाव मिटेगा। अधिकारी ने कहा था कि उत्तराखंड का समाज कल्याण विभाग ऐसे अंतर्जातीय और अंतर्धार्मिक शादी करने वाले दंपति को प्रोत्साहन राशि के तौर पर पचास हजार रुपए देगा। रुद्रपुर पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पर कहा कि किसी भी अधिकारी को इस तरह का आदेश निकालने का कोई अधिकार नहीं है और इसकी जांच के लिए मुख्य सचिव को निर्देशित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में किसी तरह का तनाव पैदा नहीं होने देगी। लव जिहाद की आड़ में आतंकवाद फैलाने की कोशिश की जा रही है, उसको सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। जो छल छद्म तरीके से अंतर्जातीय और अंतर्धामिक विवाह करते हैं, उनके खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कदम उठाएगी। सरकार इसके लिए धर्म स्वातंत्र्य विधेयक ला रही है। लव जिहाद के नाम पर सांप्रदायिकता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
5 साल जेल से लेकर और भी बहुत कुछ, लव जिहाद पर राज्यों में बन रहे कानून में क्या है ?