चंपावत के रण में सीएम पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम हरीश रावत, अब अंतिम दौर में रोमांचक होगा मुकाबला
देहरादून, 23 मई। चंपावत का रण जीतने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री, 3 राष्ट्रीय स्तर के नेता, प्रदेश अध्यक्ष समेत पूरा संगठन चंपावत में डेरा डाले हुए हैं। जबकि कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कई विधायक चंपावत पहुंंच चुके हैं। ऐसे में अब अंतिम दौर में चंपावत का चुनाव रोमांचक होने जा रहा है।

31 मई को है चुनाव
31 मई को चम्पावत विस में उपचुनाव होना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है जो कि कुर्सी बचाने के लिए अहम है। ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत पूरी भाजपा चंपावत में डेरा डाले हुए हैं। रविवार को दिल्ली से लौटते ही सीएम धामी सीधे चंपावत के लिए निकले। जहां बनवसा में सीएम ने कई कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया और जनसभा के साथ रोड शो भी किए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी समेत कई दिग्गज मौजूद रहे। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी चंपावत पहुंच गए हैं। जो कि संगठन के साथ मिलकर लगातार रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष के अलावा संगठन के पदाधिकारी पिछले हफ्तों से चंपावत में डटे हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर के नेताओं में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, भाजपा महासचिव विनोद तावड़े, सह प्रभारी रेखा वर्मा समेत कई बड़े चेहरे मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
हरीश रावत पहुंचे चंपावत
कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में अपने दिग्गजों को रण में उतार दिया है। सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत चंपावत पहुंच गए। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी पहुंच चुके हैं। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक सुमित ह्रदयेश, मनोज तिवारी, सांसद प्रदीप टम्टा पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल आदि प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। लेकिन सबसे खास एंट्री हरीश रावत की मानी जा रही है। जो कि धामी को टक्कर देने की रणनीति पर काम करने का दावा कर चुके हैं। हालांकि हरीश रावत के नेतृत्व में जिस तरह विधानसभा का चुनाव पार्टी बुरी तरह से हारी है, साथ ही वे खुद भी चुनाव हारे, उससे कांग्रेस के मनौबल पर बहुत बुरा असर पड़ा है। जो कि बीते दिनों में नजर भी आया। लेकिन अब चंपावत के बहाने कांग्रेस एक नई किरण जगाने की कोशिश में है। चिंतन शिविर और दिल्ली में हाईकमान से मिलने के बाद हरीश रावत नए अंदाज में नजर आ रहे हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम हरीश रावत आमने सामने
हरीश रावत ने सोमवार को चंपावत निकलने से पहले सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर की। उन्होंने कहा कि चंपावत में बहुत सारे ऐसे परिवार हैं, जिनसे दिसंबर 1979 से मेरा संबंध बना था और उन परिवारों ने न केवल मेरी मदद की बल्कि कांग्रेस के रूप में वो पहचान थे। हरीश रावत ने ऐसे कुछ परिवारों का जिक्र करते हुए कहा है कि उनसे भी मेरा बहुत निकट का संबंध रहा, तो मैं इन परिवारों के दरवाजे तक पहुंचूंगा ताकि उनको प्रणाम कर सकूं। इस चुनाव की बेला में मैं चंपावत आया हूं तो उन परिवारों का जरूर आशीर्वाद लेना चाहूंगा। कल मैं इन परिवारों के पास जाऊंगा, उनसे संपर्क करूंगा। हरीश रावत के चंपावत पहुंचने के बाद सबको सीएम पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम हरीश रावत के आमने सामने होने का इंतजार था। सीएम पुष्कर सिंह धामी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चम्पावत विधानसभा के टनकपुर बनबसा में कई सभाओं में शामिल हुए।