रुद्रप्रयाग के सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से मची तबाही, घरों में घुसा मलबा, हुआ भारी नुकसान
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर है तो वहीं भूस्खलन के चलते यातायात भी बाधित हो रहा है। रविवार देर रात रुद्रप्रयाग जिले के दूर-दराज स्थित सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से तबाही मच गई। कई लोगों के घरों में मलबा घुस गया तो वहीं, गांव को जाने वाली सड़क, संपर्क मार्ग, पेयजल और विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मलबे से खेत-खलिहान और पैदल रास्ते पूरी तरह चौपट हो गए है। बता दें कि बादल फटने की घटना से गांव में खौफ का माहौल बना हुआ है।
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रुद्रप्रयाग जिले के सिरवाड़ी बांगर गांव में रविवार को रात बादल फटने की घटना से भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है। लोगों के घरों पर भारी मलबा और बोल्डर गिरे हुए हैं। तो वहीं, गांव को जाने वाली सड़क, संपर्क मार्ग, पेयजल और विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। गांव के लोग रात को ही अपने घर खाली कर चुके हैं। मलबे के कारण कई ग्रामीणों के घर और गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। गांव में बादल फटने की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को राहत शिविरों में ठहरने की व्यवस्था की। हालांकि, बादल फटने की घटना से गांव को जोड़ने वाले पैदल रास्तों का कहीं कुछ पता नहीं है। खेतों और रास्तों पर मलबा और बोल्डर ही बोल्डर पड़े हुए हैं। बादल फटने की घटना के बाद से गांव के लोग डर के साये में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1986 में भी इस गांव में बादल फट चुका है। 1996 में कई लोगों की जान भी गई थी। यह गांव विस्थापन की सूची में है, लेकिन आज तक ग्रामीणों का विस्थापन नहीं हो पाया है।
दूसरी ओर, गांव को जोड़ने वाला गोरपा-सिरवाड़ी मोटरमार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। इसकी वजह से इस इलाके की हजारों की आबादी घरों में ही कैद हो गई है। सिरवाड़ी गांव से कुछ आगे मोटरमार्ग पर स्थित पुलिया भी बारिश की भेंट चढ़ गई है। यहां पर सड़क का कुछ अता-पता नहीं है। पुलिया के स्थान पर सड़क पर मलबा बह रहा है और सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर गिरे हुए हैं।