Chardham yatra:प्लानिंग से पहले चेक कर लें कैलेंडर, बद्रीनाथ के 25 मई, केदार, गंगोत्री, यमुनोत्री 9 जून तक फुल
देहरादून, 19 मई। अगर आप चारधाम यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो कैलेंडर चेक करके ही घर से निकलें। कहीं ऐसा न हो कि आपको दर्शन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ें। चारों धामों में बद्रीनाथ धाम के लिए 25 मई तक का स्लॉट फुल है और गंगोत्री, यमुनोत्री व केदारनाथ के लिए तो नौ जून तक इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में रजिस्ट्रेशन के लिए जबरदस्त मारामारी देखने को मिल रही है।

लिमिट के हिसाब से मिल रहा स्लॉट
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 3 मई से शुरू हुई। शुरूआत में एक ही दिन में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। लेकिन बाद में अव्यवस्थाओं और मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा तो सरकार ने प्रति दिन दर्शन के लिए लिमिट तय कर दी। बद्रीनाथ में 16 हजार, केदरानाथ में 13 हजार, गंगोत्री में 8 हजार और यमुनोत्री में 5 हजार यात्रियों को ही एक दिन में दर्शन के लिए पंजीकरण कराया जा रहा है। चारधाम यात्रा में अब तक 42 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। बद्रीनाथ धाम के लिए 25 तक का स्लॉट फुल है और गंगोत्री, यमुनोत्री व बाबा केदारनाथ के लिए तो नौ जून तक स्लॉट बुक हो चुके हैं।
केदारनाथ में 24 हजार का हो चुका है चेकअप
स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारों धामों में दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। केदारनाथ धाम में 24 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। 19 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचाया गया। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग सबसे अधिक हो रहा है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कार्य कर रही 18 चिकित्सा इकाईयों पर अब तक 24 हजार से ज्यादा यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। 19 यात्रियों को केदारनाथ से फाटा चिकित्सालय में एयरलिफ्ट किया गया। दो यात्रियों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान 14618 श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग कर उपचार दिया गया। 18 चिकित्सा इकाईयां चौबीस घंटे काम कर रही हैं।
चतुर्थ केदार रुद्रनाथ,द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट खुले
उधर चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधी विधान से ब्रह्म मुहूर्त में पांच बजे खोल दिए गए हैं। गोपेश्वर के समीप सगर गांव से जंगल से होते हुए 24 किलोमीटर की लंबी पैदल दूरी पार करते हुए रुद्रनाथ मंदिर जाया जा सकता है। बुधवार को दोपहर बाद रुद्रनाथ की उत्सव डोली ने रुद्रनाथ मंदिर में प्रवेश किया। कपाट खुलने के दौरान करीब 400 श्रद्धालु रुद्रनाथ पहुंचे हुए हैं। रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शिव के मुख के दर्शन होते हैं। वहीं आज द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट भी विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इसके बाद छह माह तक धाम में ही आराध्य की पूजा होगी।