Char Dham Yatra: अब तक 56 श्रद्धालुओं की मौत, हार्ट अटैक बन रहा मौत का कारण
देहरादून, 21 मई। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रही है। अब तक यात्रा में आने वाले 56 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। 3 मई से शुरू हुई यात्रा को 18 दिन हो चुके हैं। लेकिन मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक कुल 56 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें 54 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

सरकार के इंतजाम पड़ रहे कम
चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर राज्य सरकार लगातार अलर्ट मोड पर है। मौत का आंकड़ा बढ़ने के बाद से ही सरकार ने चारों धामों पर प्रतिदिन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी निर्धारित की हुई है। जिसमें बद्रीनाथ धाम में 16 हजार, केदारनाथ में 13 हजार, गंगोत्री में 8 हजार और यमुनोत्री धाम में रोज पांच हजार यात्रियों के दर्शन की सीमा तय की गई। हालात ये हैं कि 25 मई तक स्लॉट बंद हो चुके हैं। इतना ही नहीं सरकार की ओर से यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य महकमे की ओर से लगातार चेकिंग भी की जा रही है। जिससे अस्वस्थ महसूस कर रहे यात्रियों को यात्रा मार्ग पर ही रोक दिया जा रहा है। जिससे मौत का आंकड़ा रोका जा सके। लेकिन जिस तरह से आए दिन आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। उससे सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को भी कई प्रांतों से चारधाम यात्रा पर आए छह श्रद्धालुओं की हार्टअटैक से मौत हो गई।
8 लाख पहुंचने वाला है आंकड़ा
चार धाम यात्रा अपने चरम पर पहुंचने के दौर में है और 20 मई को पिछले 10 दिनों में पहली बार ऐसा हुआ कि 55,000 से ज़्यादा यात्री धामों में पहुंचे। 3 मई से अब तक चार धाम पहुंचने वाले यात्रियों का कुल आंकड़ा 8 लाख से कुछ ही कम रह गया है। चारधाम यात्रा में अब तक 14 महिलाओं और 35 पुरुषों की मृत्यु हो चुकी है। प्रशासन का दावा है कि ज़्यादातर मौतें उन लोगों की हुई हैं, जो पहले ही सवास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और हृदय के या अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त थे। सरकारी डेटा के अुनसार अब तक गंगोत्री धाम में 4, यमुनोत्री धाम में 16, बद्रीनाथ में 9 और केदारनाथ में 24 यात्रियों की मौत हुई। इस बीच सरकार और स्थानीय प्रशासन की परेशानियां यहीं कम नहीं हो रही हैं। यमुनोत्री मार्ग पर स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच सड़क धंसने से यमुनोत्री हाईवे शुक्रवार शाम फिर से बड़े वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। इससे यमुनोत्री क्षेत्र में तीन हजार यात्री फंस गए। डामटा से जानकीचट्टी के बीच भी तमाम यात्री यमुनोत्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।