उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2020: कोरोना जांच रिपोर्ट की बाध्यता हुई समाप्त, ऐसे होगी एंट्री
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड द्वारा प्रदेश के लोगों के लिए चार धाम यात्रा का 1 जुलाई से आरंभ हुआ, जबकि 25 जुलाई से कुछ प्रावधानों के साथ चार धाम यात्रा सभी के लिए शुरू हुई। चार धाम तीर्थयात्रा हेतु उत्तराखंड से बाहर के तीर्थ यात्री 72 घंटे पूर्व की इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से प्रमाणित लैब से कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट अथवा क्वारंटीन अवधि का प्रमाण के मानक को समाप्त कर दिया गया है।
देवस्थानम
बोर्ड
की
वेबसाइट
पर
जाकर
बुक
कर
सकते
है
ई-पास
अब
स्वास्थ्य
मानकों
का
पालन
कर
देवस्थानम
बोर्ड
की
वेबसाइट
से
देश
के
अन्य
प्रांतों
के
लोग
आसानी
से
चारधाम
यात्रा
ई
पास
बना
सकते
है।
आज
शाम
तक
उत्तराखंड
देवस्थानम्
प्रबंधन
बोर्ड
की
वेबसाइट
www.badrinath-kedarnath.gov.
in
से
4112
लोगों
ने
चार
धामों
हेतु
ई-पास
बुक
कराये
हैं,
जिसमें
श्री
बदरीनाथ
धाम
के
लिए
1542
श्री
केदारनाथ
धाम
के
लिए
1503
श्री
गंगोत्री
धाम
हेतु
581
श्री
यमुनोत्री
धाम
हेतु
486
लोगों
ने
ई-पास
बुक
कराये
है।
कोरोना
जांच,
क्वारंटाइन
की
शर्तों
को
हटाया
गया
चार
धाम
देवस्थानम्
प्रबंधन
बोर्ड
के
मुख्य
कार्यकारी
अधिकारी
रविनाथ
रमन
ने
यह
जानकारी
दी
है
कि
देवस्थानम
बोर्ड
द्वारा
श्री
यमुनोत्री
धाम
एवं
गंगोत्री
धाम
में
न्यासियों/
हकूकधारियों
के
सहयोग
हेतु
देवस्थानम
बोर्ड
के
अधिकारियों-कर्मचारियों
की
तैनाती
की
है।
उन्होंने
कहा
कि
देवस्थानम
प्रबंधन
बोर्ड
अधिनियम
के
तहत
हक
हकूकधारियों
के
सभी
हित
सुरक्षित
हैं।
कहा
कि
देवस्थानम
द्वारा
अब
प्रदेश
से
बाहर
लोगों
को
कोरोना
निगेटिव
जांच
रिपोर्ट
एवं
क्वारंटाइन
की
शर्तों
को
हटा
दिया
गया
है।
अब
सभी
को
स्वास्थ्य
मानकों
का
पालनकर
चार
धाम
यात्रा
की
अनुमति
है।
थर्मल
स्क्रीनिंग,
सेनेटाइजेशन
के
पश्चात
ही
मिलेगा
मंदिर
में
प्रवेश
चार
धामों
में
तीर्थयात्रियों
को
मंदिरों
में
दर्शन
हो
रहे
है
जिसमें
किसी
तरह
का
कोई
अवरोध
नहीं
है।
बता
दें
कि
कोरोना
महामारी
से
बचाव
एवं
रोकथाम
हेतु
थर्मल
स्क्रीनिंग,
सेनेटाइजेशन
के
पश्चात
ही
मंदिरों
में
तीर्थ
यात्रियों
को
प्रवेश
दिया
जा
रहा
है।
मास्क
पहनना
अनिवार्य
किया
गया
है।
सोशल
डिसटेंसिंग
का
ध्यान
रखा
जा
रहा
है।
यात्रा
मार्ग
पर
देवस्थानम
बोर्ड
के
यात्री
विश्राम
गृहों
को
तीर्थ
यात्रियों
की
सुविधा
हेतु
खोला
जा
चुका
है।
कोरोना
पॉजिटिव
लोगों
को
नहीं
होगी
जाने
की
अनुमित
तीर्थयात्रियों
से
अपेक्षा
की
जा
रही
है
कि
अति
आवश्यक
होने
पर
ही
धामों
में
रूके।
यह
कोशिश
करे
कि
दर्शन
के
पश्चात
तीर्थ
यात्री
निकटवर्ती
स्टेशनों
तक
वापस
आ
जाये।
मौसम
तथा
सड़कों
की
स्थिति
की
जानकारी
रखें।
सड़को
की
स्थति
अब
सामान्य
है।
बरसात
के
बावजूद
यात्रा
मार्ग
खुले
हुए
हैं।
प्रदेश
सरकार
का
प्रयास
है
कि
चारों
धामों
में
धीरे-धीरे
तीर्थ
यात्रियों
की
आमद
हो,
ताकि
पर्यटन
एवं
तीर्थाटन
को
गति
मिल
सके।
अब
उत्तराखंड
से
बाहर
के
लोग
भी
बिना
कोरोना
निगेटिव
रिपोर्ट
के
चारधाम
यात्रा
हेतु
ई-पास
बनाकर
एवं
स्वास्थ्य
संबंधी
मानक
पूरे
कर
यात्रा
कर
सकते
हैं।
केवल
कोरोना
के
लक्षणवाले
लोगों
के
पाज़िटिव
रिपोर्ट
आने
पर
चारधाम
यात्रा
की
अनुमति
नहीं
होगी।