यमुनोत्री धाम: राणाचट्टी के पास सड़क धंसने से फंसे 10 हजार श्रद्धालु, तीन दिनों तक बंद किया गया रास्ता
चमोली, 21 मई: अगर आप भी चार धाम की यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो घर से निकलने से पहले इस खबर को जरूर पढ़ ले। जी हां...अगले 3 दिनों तक यमुनोत्री धाम जाने वाले हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। दरअसल, बीते बुधवार को राणाचट्टी के पास हाईवे की सुरक्षा दीवार धंस गई थी। सुरक्षा दीवार धंसने से छोटे-बड़े वाहनों में करीब 10 हजार तीर्थयात्रियों के फंसे होने की सूचना है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये सभी श्रद्धालु अलग-अलग जगह पर फंसे हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा बताया जा रहा है कि इस मार्ग को खुलने में अभी और तीन दिन लग सकते है। हालांकि, किसी तरह इसे मार्ग को आवाजाही लायक बना लिया गया है। लेकिन हाईवे के फिर धंसने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। आपको बताते चले कि यमुनोत्री धाम से करीब 18 किमी पहले स्यानाचट्टी और राणाचट्टी के बीच यमुनोत्री हाईवे की दीवार धंस गई थी। इससे हाईवे का करीब 15 मीटर हिस्सा धंस गया था। हालांकि, नेशनल हाईवे (एनएच) की टीम ने मशीनों और मजदूरों की मदद से हाईवे को किसी तरह आवाजाही लायक बनाया था।
लेकिन रात में सड़क फिर से धंस गई थी। शुक्रवार सुबह इस हिस्से में बस ने निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद प्रशासन ने अगले तीन दिनों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी है। इससे पालीगाड़ से स्यानाचट्टी तक पांच किमी लंबा जाम लगा रहा। हाईवे बंद होने से राणाचट्टी से यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले करीब 10 हजार यात्री फंसे होने की सूचना है। एसडीएम शालिनी नेगी ने बताया कि धंसाव के चलते हाईवे संकरा हो गया है और बड़े वाहनों का ऊपरी हिस्सा चट्टान में लगने से आवाजाही संभव नहीं है।
आवाजाही संभव न होने के कारण इस मार्ग पर बड़े वाहनों पर तीन दिन की रोक लगा दी गई है। इस दौरान चौबीसों घंटे एनएच की टीम हाईवे की मरम्मत करेगी। चट्टान की कटिंग के साथ सुरक्षा दीवार की जगह वायरक्रेट डालकर दीवार बनाने का काम किया जाएगा। बताया कि इस हिस्से में छोटे वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति दी गई है। वहीं, एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी ने बताया कि जानकीचट्टी में फंसे बड़े वाहनों को निकालने का प्रयास आज (20 मई) को किया जाएगा। इसके लिए एनएच चट्टान कटिंग का काम कर रहा है।