उत्तराखंड में बारिश ने मचाई तबाही, बादल फटने से भारी नुकसान, मां-बेटी लापता
गोपेश्वर/चमोली। उत्तराखंड के देवाल में फलदियागांव में गुरुवार को बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। देवाल विकासखंड में बमणबेरा, हरिपुर, फलदियागांव, बकरीगाड़, तलौर, पदमल्ला में गुरुवार रात्रि की बारिश ग्रामीणों पर आफत बनकर आई। बारिश ने पदमल्ला, हरिपुर, बमणबेरा, तलौर में पैदल रास्ते, पुल, पेयजल लाइन, गोशालें और मवेशियों को लील लिया है। देवाल के दूरस्थ कैला गांव के ग्वीला में भी ग्रामीणों की काश्तकारी की भूमि के साथ ही मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
कई परिवार हो गए बेघर
फलदियागांव में बादल फटने से कई परिवार बेघर हो गए। फलदियागांव में 11 मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए जबकि दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इसके साथ ही आठ गोशाले नष्ट हो गए जिसमें एक दर्जन से अधिक मवेशी मलबे में दब गए। घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया व प्रशासन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
मां-बेटी हुए लापता
फलदियागांव में बादल फटने से पुष्पा देवी (27) और उनकी बेटी ज्योति (7) भी लापता हो गये है। उनका मकान भी ढह गया है। हालांकि अभी भी प्रशासन मां और बेटी की खोज के लिए राहत एवं बचाब कार्य में जुटा हुआ है। ग्रामीणों ने रात्रि में ही स्थानीय प्रशासन को आपदा की सूचना दी जिसके बाद पुलिस और राजस्व पुलिस की टीमें आपद मदद के लिए पहुंच गईं लेकिन, रात्रि के अंधेरे और भारी तबाही के बीच राहत बचाव कार्य की संभावना न होने की वजह से शुक्रवार सुबह से राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। घटना की जानकारी मिलने पर तड़के ही पूर्व विधायक जीतराम, कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी भी प्रभावितों की सुध लेने घटनास्थल पर पहुंच गये थे। इसके बाद जिलाधिकारी चमोली स्वाति भदौरिया व थराली विधायक मुन्नीदेवी शाह भी आपदा ग्रस्त क्षेत्र में पहुंची।
बादल फटने से बड़ा नुकसान
जिन लोगों के घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गये हैं उन्हें जिलाधिकारी चमोली ने आश्वास्त किया है कि उनके विस्थापन की कार्रवाई की जायेगी। साथ बेघर हुए परिवारों को एलोपैथिक, राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल जैनबिष्ट प्राथमिक विद्यालय व जूनियर हाईस्कूल में रखा गया है। वहीं आपदा प्रभावितों को सहायता राशि के चैक भी वितरित किए। साथ ही शुक्रवार सांय तक पेयजल व सड़क मार्ग को सुचारू करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है। जिलाधिकारी चमोली ने बताया कि उन्होंने नुकसान का जायजा लिया गया है और तत्काल फौरी सहायता प्रभावितों को दी जा रही है जिसके बाद प्रभावितों के स्थायी विस्थापन की कार्रवाई की जाएगी।
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