बद्रीनाथ से जोशीमठ के बीच बनेगी ऑलवेदर रोड, Coal India और उत्तराखंड सरकार के बीच हुआ समझौता
देहरादून। केदारनाथ धाम और जोशीमठ के बीच सरकार एक सभी मौसम में काम करने वाली सड़क का निर्माण करने जा रही है। इस सड़क के लिए जरूरी 300 करोड़ रुपए के फंड का उत्तराखंड सरकार ने इंतजाम कर लिया है। कोल इंडिया लिमिटेड बद्रीनाथ-जोशीमठ में सड़क विकास परियोजना के लिए 19 करोड़ रुपए कोल इंडिया खर्च करेगी। देहरादून में इस प्रोजेक्ट के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
कोल इंडिया ने उत्तराखंड के श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, बद्रीनाथ के साथ बद्रीनाथ व जोशीमठ के बीच एक सड़क निर्माण के लिए 19 करोड़ रुपये प्रदान करेगी। कोल इंडिया वित्तीय वर्ष 2020-21 में 90 करोड़ रुपये कारपोरेट सोशल रिस्पांसिब्लिटी के तहत खर्च करने का निर्णय लिया है। यह परियोजना उसी का एक हिस्सा है। यह सड़क लगभग 90 गांवों को हर मौसम में चालू रहने वाली सड़क से जोड़ेगी।
सड़क भारत-चीन सीमा पर स्थित देश के आखिरी गांव ''माना'' तक जाएगी। भारत-चीन सीमा रोड लिंकेज में सुधार, ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण सामाजिक-आर्थिक विकास में यह प्रोजेक्ट लाभकारी साबित होगा। माना गांव को भारत का अंतिम गांव माना जाता है। यह गांव समुद्रतल से 3200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। कोल इंडिया प्रबंधन की ओर से कहा गया कि इस परियोजना के माध्यम से बद्रीनाथ पहाड़ी क्षेत्र के भीतरी इलाकों में अवसरों का द्वार खोलना है।
बता दें कि, श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट केदारनाथ से सटे क्षेत्र के पुनर्वास और विकास के लिए काम करता है जो वर्ष 2013 में बाढ़ से प्रभावित है। उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव और पर्यटन सचिव क्रमशः ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी और सचिव हैं।
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