वनकर्मी की मौत के बाद उत्तराखंड के इस जिले में स्वाइन फ्लू का एलर्ट जारी
Uttarakhand news, कालागढ़। स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से वनकर्मी की मौत होने के बाद कालागढ़ के नागरिक बेहद चिंतित है। इसके फैलने की आशंका के मद्देनजर कार्बेट प्रशासन के बाद सिंचाई विभाग भी सतर्क हो गया है। उधर स्वाइन फ्लू के वायरस की दस्तक से नगरवासियों को बीमारी फैलने की चिंता सताने लगी है।
एक सप्ताह पहले अचानक तबियत खराब होने के बाद कालागढ़ वनकर्मी को परिजनों द्वारा धामपुर तथा मुरादाबाद स्थित अस्पताल भर्ती कराये जाने के बावजूद लगातार हालत बिगड़ने के बाद लखनऊ स्थित पीजीआई में भर्ती कराया गया था। जहां बीते गुरूवार को देरशाम उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी थी। उपचार के दौरान मृतक की जांच रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी जिससे आसपास क्षेत्र में भी स्वाइन फ्लू के वायरस को लेकर अफरातफरी मच गई।
कालागढ़ सहित आसपास क्षेत्र में स्वाइन फ्लू वायरस के चलते मौत का यह पहला मामला है। जिसके कारण लोग इस वायरस के फैलने को लेकर बेहद आतंकित नजर आ रहे हैं तथा पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है। स्वाइन फ्लू से वनकर्मी की मौत के बाद कार्बेट प्रशासन द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये स्वाईन फ्लू की रोकथाम सहित इसके फैलने के कारणों की जांच कर स्वाइन फ्लू जैसे घातक वायरस से सुरक्षा मुहैया कराने के संबंध में पत्र लिखा है।
उधर शिविर प्रबंध खण्ड के ईई शेर सिंह ने कालागढ में स्वाईन फ्लू के वायरस की दस्तक बेहद आश्चर्यजनक बताते हुए कहा है कि कालागढ़ स्थित रामगंगा बांध चिकित्सालय बिजनौर के स्वास्थ्य विभाग के अधीन है। इस संबंध में बिजनौर स्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है। यहां सिंचाई विभाग के कर्मचारी तथा परिवार सहित आम जनता निवास कर रही है। इस वायरस के संक्रमण से बचाव के पर्याप्त उपाय किये जाने चाहिये।
सूत्रों के अनुसार मृतक वनकर्मी बीते दिनों अवकाश लेकर अपने लखनऊ स्थित आवास पर गया था तथा तबियत खराब होने के कारण वापस कालागढ आया था। इसी दौरान यहां अचानक तबियत बिगड गयी। जिसके बाद परिजन उपचार के लिये पहले धामपुर तथा मुरादाबाद के बाद लखनऊ ले गये थे। इस खुलासे के बाद मृतक के लखनऊ प्रवास के दौरान ही स्वाइन फ्लू के वायरस की चपेट में आने तथा कालागढ आने पर अचानक हालत बिगड़ने की संभावना जतायी जा रही है।