दुर्गापूजा को लेकर CM Yogi ने की सुरक्षा की समीक्षा, सड़कों पर लगने वाले पंडालों को लेकर सख्ती
लखनऊ, 26 सितंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (26 सितंबर) से शारदीय नवरात्र शुरू होने के साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। योगी आदित्यनाथ ने संबंधित जिलों के प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को उत्सव के शांतिपूर्ण संचालन के लिए सभी समुदायों के साथ संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमाएं सड़कों पर नहीं बल्कि सार्वजनिक पार्कों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थापित की जानी चाहिए जहां यातायात बाधित न हो।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में 44,000 से अधिक स्थानों पर दुर्गा की मूर्तियां स्थापित हैं और अधिकारियों को पूजा समितियों से उनकी स्थापना से पहले संवाद करना चाहिए। दशहरा के साथ ही वाल्मीकि जयंती, बारावफात, दीपावली और छठ अगले कुछ सप्ताह में मनाए जाएंगे और प्रशासन चौबीसों घंटे सतर्क रहे।
एडीजी कानून व्यवस्था करेंगे निगरानी
उन्होंने कहा कि त्योहारों के मौसम में बाजारों में भीड़ होगी इसलिए पुलिस को पैदल गश्त बढ़ानी चाहिए और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जानी चाहिए। नियंत्रण कक्ष को विभिन्न स्तरों पर सक्रिय किया जाना चाहिए, यह कहते हुए कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष की निगरानी एडीजी (कानून व्यवस्था) द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को सभी स्थानों पर सुरक्षा कड़ी करनी चाहिए और उन इलाकों में गश्त बढ़ानी चाहिए जहां रामलीला का आयोजन होता है। उन्होंने नशा, गाय व शराब तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने को कहा।
खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त हुए सीएम
उन्होंने कहा कि खनन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए और उनकी संपत्ति को जब्त कर आगामी 10 दिनों में रिपोर्ट मांगी जाए। लखनऊ में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान प्रशासन विभिन्न पंडालों में कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारी की जाए। पूरे शहर में कुल 121 पूजा पंडाल बनाए गए हैं और 54 रामलीला और 55 रावण दहन भी होंगे।
दुर्गा पूजा, नवरात्रि और दशहरा के मद्देनजर ऐशबाग रामलीला मैदान में जिलाधिकारी (डीएम) सूर्य पाल गंगवार और संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) पीयूष मोर्डिया ने रविवार को एक बैठक बुलाकर इसपर समीक्षा की। डीएम ने अधिकारियों को एंबुलेंस और पुलिस की तैनाती के अलावा हर स्थान पर फायर सिस्टम की समुचित व्यवस्था करने को कहा है।
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