बाजार में चीन को टक्कर देने के लिए यूपी तैयार, योगी सरकार ने बनाई यह योजना
लखनऊ। दीपावली पर देशभर के बाजार में चीन में बने हुए सस्ते डिजाइनर दीये, बर्तन व अन्य आकर्षक उत्पादों की बिक्री बड़े पैमाने पर होती हैं। अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले में चीन को टक्कर देने की योजना बनाई है। यूपी सरकार की योजना है कि दीपावली तक देशभर के बाजार में प्रदेश में बने दीये, बर्तन, मूर्तियां व त्योहार के अन्य उत्पाद उपलब्ध हों ताकि चीन के सामान लोगों को न खरीदने पड़े। इसके लिए यूपी सरकार के खादी व ग्रामोद्योग विभाग और माटी कला बोर्ड ने तैयारी शुरू कर दी है।
जुलाई से काम होगा शुरू
चीन के उत्पादों को टक्कर देने की इस योजना पर काम की शुरुआत जुलाई में की जाएगी। अभी इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। राज्य के खादी और ग्रामोद्योग विभाग ऐसे कुम्हारों व माटी कलाकारों के नामों की लिस्ट तैयार कर रही है जिनको डिजाइनर दीये, मूर्तियों व अन्य आकर्षक उत्पादों को बनाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए माटी कला बोर्ड से इन कुम्हारों व माटी कलाकारों को जोड़ा जाएगा। ट्रेनिंग देने के बाद उनको उत्पाद बनाने की आधुनिक मशीनें दी जाएंगी और इन सबके लिए सरकार उनसे कोई पैसा नहीं लेगी।
तीन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट
इसका पायलट प्रोजेक्ट वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ के कुम्हारों व कलाकारों के साथ शुरू किया जाएगा। उनके साथ खादी व ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों की मीटिंग में इसके लिए अहम फैसले लिए गए। अगस्त महीने तक इन कलाकारों को वर्कशॉप के माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद कुम्हारों को मूर्तियों व दीयों समेत अन्य उत्पाद बनाने के लिए आधुनिक मशीनें और डाई दी जाएंगी। जिन जिलों में कलाकारों के लिए सुविधा केंद्र नहीं हैं, वहां भी इसकी व्यवस्था करने की योजना है।
प्रदेश में कुटीर उद्योग को बढ़ावा
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में कहा कि इस साल दीपावली में चीन से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां नहीं आएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ही मांग के अनुसार उत्पाद तैयार करेंगे। इस बारे में उन्होंने अयोध्या के दीपोत्सव के बारे में बताते हुए कहा कि पिछले साल दीपक को जुटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी लेकिन वे चाहते हैं कि इस बार प्रदेश में ही इतने दीये बनें कि चीन में बने दीये न खरीदने पड़े।
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