पर्यटन स्थलों को ग्लोबल बनाने के लिए YouTubers, ब्लॉगर्स का सहारा लेगी योगी सरकार
लखनऊ, 13 अगस्त: उत्तर प्रदेश को पर्यटन का हब बनाने के लिए यूपी सरकार हर दिन नए कदम उठा रही है। यूपी की योगी सरकार ने राज्य के पर्यटन स्थलों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए YouTubers, ब्लॉगर्स और सोशल मीडिया से जुड़े लोगों का सहारा लेने का फैसला किया है। इसकी शुरूआत सरकार कर चुकी है। पर्यटन विभाग के सूत्रों का दावा है कि यूपी सरकार नई दिल्ली में अपने दूतावासों के माध्यम से अलग अलग देशों के इन सोशल मीडिया से जुड़े लोगों से संपर्क कर रही है। सूत्रों का दावा है कि कंटेंट क्रिएटर्स की लिस्ट में वाराणसी का काशी विश्वनाथ धाम सबसे ऊपर है।
पर्यटन विभाग का ब्लॉगर और यू ट्यूबर्स पर फोकस
राज्य पर्यटन विभाग ने राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर वीडियो शूट करने और यात्रा ब्लॉग लिखने के लिए दुनिया भर से डिजिटल मीडिया से जुड़े लोगों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। विभाग इस संबंध में गत नौ अगस्त को फ्रांस के प्रतिनिधियों के साथ पहले ही बैठक कर चुका है। प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग मुकेश मेश्राम ने कहा कि हम लेबनानी अधिकारियों के साथ अपनी अगली बैठक करेंगे। हम भारत में सभी देशों के दूतावासों को पत्र भेजने की तैयारी कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य दुनिया भर के कंटेंट क्रिएटर्स को उत्तर प्रदेश में आमंत्रित करना और राज्य के पर्यटन स्थलों पर उनकी अपनी भाषाओं में कंटेंट बनाना है।
ब्रांडिंग के लिए डिजिटल कंटेट क्रिएटर्स की तलाश
पर्यटन विभाग इस साल मार्च से जुलाई तक देश के 19 जाने-माने डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स के साथ ट्रायल रन कर चुका है। आगरा, वाराणसी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज और लखनऊ राज्य में आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद हैं। लेकिन राज्य सरकार की प्रस्तावित नई पर्यटन नीति में राज्य के अनछुए पर्यटन स्थलों को उजागर करने की नीति के तहत बुंदेलखंड पर फोकस रहेगा। टूर ऑपरेटर, ट्रैवल एजेंट, पत्रकार, फोटोग्राफर, ट्रैवल राइटर, ब्लॉगर शामिल होंगे।
YouTubers के पास एक लाख सब्सक्राइबर जरूरी
ब्लॉगर्स और यात्रा लेखकों के लिए एक वार्षिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। पर्यटन विभाग डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स को भी पंजीकृत करेगा, जिसमें ट्रैवल राइटर, ब्लॉगर्स और सोशल मीडिया प्रभावित करने वाले शामिल हैं। YouTubers जिनके पास कम से कम एक लाख सब्सक्राइबर और ट्रैवल ब्लॉगर्स और अच्छी पहुंच वाले सोशल मीडिया से जुड़े लोग राज्य पर्यटन विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
धार्मिक स्थलों पर रुचि दिखा रहे कंटेंट क्रिएटर्स
मार्च से जुलाई तक चले ट्रायल रन के दौरान डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स ने वाराणसी, आगरा, मथुरा-वृंदावन, चित्रकूट, फतेहपुर सीकरी, दुधवा नेशनल पार्क और पीलीभीत टाइगर रिजर्व में दिलचस्पी दिखाई। कंटेंट क्रिएटर्स की लिस्ट में वाराणसी का काशी विश्वनाथ धाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा, डिजिटल सामग्री निर्माताओं ने वाराणसी में कालिंजर किला, चंबल सफारी, झांसी किला, बरुआ सागर किला, चुनार किला, चंदौली, मिर्जापुर झरने और सारनाथ पर वीडियो और ब्लॉग बनाने में रुचि दिखाई है।