CM योगी फिर बनाने जा रहे रिकॉर्ड, 26 जून को एक साथ 1 करोड़ लोगों को देंगे रोजगार
नई दिल्ली: लॉकडाउन में महानगरों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश लौट आए हैं। घर वापस आने के बाद अब उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। बेरोजगारों को राहत लेने के लिए उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने प्लान तैयार कर लिया है। जिसके तहत 26 जून को एक साथ एक करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा। यूपी सरकार का ये रोजगार कार्यक्रम पीएम मोदी की उपस्थिति में होगा। लॉकडाउन के बाद ये पहला मौका होगा, जब पीएम मोदी किसी राज्यस्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
प्राइवेट कंपनियों में भी मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक बैठक की। सरकार के प्लान के मुताबिक 50 प्रतिशत लोगों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत काम दिया जाएगा, जबकि बाकी को उद्योग, प्राइवेट कंपनियों और प्रतिष्ठानों में नौकरी दी जाएगी। निजी कंपनी Naredco ने एक लाख लोगों को नौकरी देने का वादा योगी सरकार से किया है। पिछले महीने Naredco ने सरकार के साथ इसको लेकर एक समझौता भी किया था। लॉकडाउन के बाद इतने बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार देने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बनेगा।
यूपी में 1.80 लाख मनरेगा मजदूर
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कुछ दिन पहले मीडिया को इस योजना के बारे में जानकारी दी थी। उनके मुताबिक मनरेगा के अलावा सरकार का फोकस बेरोजगारों को MSME में नौकरी देने का है। इसके अलावा सार्वजनिक निर्माण, बागवानी, एक्सप्रेस-वे निर्माण में भी वापस आए प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा। यूपी मनरेगा में 1.80 करोड़ लोग रजिस्टार हैं, जिसमें से 85 लाख कार्ड धारक मौजूदा वक्त में एक्टिव हैं।
इस अभियान से जुड़ेंगे ये जिले
कौशांबी, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, महराजगंज, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, गोरखपुर, हरदोई, जालौन, जौनपुर, प्रयागराज, रायबरेली, गोंडा, बलरामपुर, अंबेडकर नगर, अमेठी, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बांदा, बस्ती, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, संतकबीर नगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर, उन्नाव, वाराणसी।
कोरोना संकट के बीच पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं