यूपी में नकल माफियाओं पर लगेगा रासुका, परीक्षा कराने वाली एजेंसियां भी होंगी ब्लैकलिस्ट
लखनऊ। प्रतियोगी परीक्षाओं में लगातार हो रही धांधली और माफियागिरी पर योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। योगी सरकार ने फैसला किया है कि अब वह प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक करने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई करेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं को नकल मुक्त बनाने के लिए योगी सरकार ने मंगलवार को लखनऊ में विभिन्न आयोगों और बोर्डों के चेयरमैन के साथ बैठक की।
योगी सरकार ने इसके तहत उन एजेंसियों पर भी कार्रवाई करने की बात कही है जो एजेंसियां पेपर कंडक्ट कराएंगी और उनके देखरेख के बावजूद अगर नकल होती है तो ऐसी एजेंसियां भी ब्लैकलिस्ट की जाएंगी। साथ ही अगर ये एजेंसियां सरकार से मान्यता प्राप्त होंगी तो उनकी मान्यता भी रद्द की जाएगी। बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आयोग को निर्देश दिए गए हैं कि वह पुलिस-प्रशासन के साथ बैठकर ठोस कार्ययोजना बनाए। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में नकल से बचने के लिए परीक्षा के पहले ही कार्ययोजना तैयार करें जिससे नकल की संभावना ही खत्म हो जाए।
योगी सरकार का ये आदेश उस वक्त आया है जबकि यूपी में इसी साल में दो-तीन परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए हैं। मालूम हो कि 2 सितंबर को होने वाली राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) का पेपर एक दिन पहले 1 सितंबर को ही लीक हो गया था। इसके चलते परीक्षा को निरस्त करना पड़ा था। इससे पहले 15 जुलाई को हुई अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की एक परीक्षा के पेपर लीक की भी अभी जांच चल रही है।
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