ललितपुर: एयरपोर्ट निर्माण को योगी सरकार ने दी मंजूरी, विश्वयुद्ध के बाद से हवाई पट्टी का नहीं हुआ था इस्तेमाल
लखनऊ। बुंदेलखंड के विकास के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। योगी सरकार ने ललितपुर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद यहां से 72 सीटर विमान भी उड़ान भर सकेंगे। खास बात यह है कि ललितपुर स्थित हवाई पट्टी का निर्माण द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हुआ था, लेकिन इस हवाई पट्टी का कभी भी प्रयोग नहीं हुआ। फिलहाल यह हवाई पट्टी इस्तेमाल में नहीं है। तो वहीं, अब इस हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने से बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को बड़ा फायदा मिलेगा।
बुंदेलखंड
का
होगा
विकास
बता
दें
कि
बुंदेलखंड
के
विंध्य
क्षेत्र
झांसी,
चित्रकूट
व
सोनभद्र
में
पहले
से
ही
एयरपोर्ट
के
विकास
का
कार्य
प्रगति
पर
है।
तो
वहीं,
अब
प्रदेश
सरकार
ललितपुर
जिले
में
बल्क
ड्रग
पार्क
की
स्थापना
की
योजना
बना
रही
है।
साथ
ही
डिफेंस
कॉरीडोर
का
निर्माण
भी
बुंदेलखंड
क्षेत्र
में
होना
है।
ऐसे
में
योगी
सरकार
ने
ललितपुर
की
हवाई
पट्टी
क्षेत्र
को
एयरपोर्ट
के
रूप
में
विकसित
करने
का
फैसला
किया
है।
जिससे
बुंदेलखंड
क्षेत्र
का
विकास
होगा।
यूपी-एमपी
के
बॉर्डर
पर
स्थित
ललितपुर
जिला
यूपी
और
एमपी
के
बॉर्डर
पर
है,
ऐसे
में
ललितपुर
में
एयरपोर्ट
के
निर्माण
से
दोनों
राज्यों
को
इसका
लाभ
मिलेगा
और
बुंदेलखंड
जैसे
आर्थिक
और
सामाजिक
रूप
से
पिछड़े
क्षेत्र
का
विकास
तेज
हो
सकेगा।
हवाई
सेवाओं
पर
फोकस
कर
रही
योगी
सरकार
योगी
सरकार
राज्य
में
हवाई
सेवाओं
के
विकास
पर
फोकस
कर
रही
है।
इसके
तहत
योगी
सरकार
के
पहले
तीन
सालों
में
प्रयागराज,
कानपुर
व
हिंडन
एयरपोर्ट
का
संचालन
शुरू
हो
चुका
है।
इनके
अलावा
नोएडा
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
समेत
प्रदेश
में
14
हवाई
अड्डों
के
विकास
का
काम
तेजी
से
हो
रहा
है।
इनमें
बरेली,
कुशीनगर
एयरपोर्ट
तैयार
हैं
और
अलीगढ़,
आजमगढ़,
मेरठ,
मुरादाबाद
और
चित्रकूट
एयरपोर्ट
अगले
दो
माह
में
तैयार
हो
जाएंगे।