बूचड़खानों के बाद अब निशाने पर शराब की दुकानें, स्कूल और मंदिर से 500 मीटर दूर होंगी दुकानें
सूबे में लाइसेंसी बूचड़खानों की संख्या लगभग 285 के आस-पास है। लेकिन शराब की दुकानों की संख्या हजारों-हजार है। जिनमें बहुत बड़ी संख्या में शराब की दुकाने मंदिर व स्कूलों के नजदीक है।
इलाहाबाद। अवैध बूचड़खानों की बंदी से मची हाय-तौबा के बीच सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है। स्कूल-कॉलेज व मंदिरों के पास खुली शराब की दुकानें अब अवैध मनी जाएंगी और इन्हें भी बंद कराया जाएगा। सरकार के निशाने पर आई शराब की दुकानों ने इसके व्यवसायियों की चिंता बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश में शराबबंदी अभी भले ही न हो लेकिन शराब की दुकानों का दायरा तय होगा।
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स्कूल-कॉलेज व मंदिरों के पास खुली शराब की दुकाने बंद कराई जाएंगी। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कल इलाहाबाद में कहा कि अब स्कूल-कॉलेज व मंदिर से पांच सौ मीटर दूर ही शराब की दुकान होंगी। इसके लिए जल्द ही कार्रवाई शुरू की जाएगी क्योकि इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है।
बूचड़खानों से भी बड़ा होगा एक्शन
सूबे में लाइसेंसी बूचड़खानों की संख्या लगभग 285 के आस-पास है। लेकिन शराब की दुकानों की संख्या हजारों-हजार है। जिनमें बहुत बड़ी संख्या में शराब की दुकाने मंदिर व स्कूलों के नजदीक है। अगर दायरे की बात करें तो 500 मीटर के अंदर बड़ी संख्या में शराब की दुकाने आएंगी, जिन्हें बंद कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी क्योकि शराब का व्यवसाय कहीं अधिक बड़े पैमाने पर है।
बंदी से पहले की तैयारी
सरकार के इस एक्शन को शराबबंदी से पहले की तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है क्योकि एकाएक प्रतिबंध से पहले ये नियम प्रभाव को रेखांकित करेगा। हालांकि केशव मौर्य ने शराब की पूर्णत: बंदी को लेकर इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि विचार जरूर चल रहा है लेकिन अभी शराबबंदी नहीं की जाएगी।
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