विश्व योग दिवस: कहीं नूडल्स लूटने दौड़े लोग, कहीं सड़क पर हुआ शवासन
योग को प्रचारित करने का पूरा श्रेय बाबा रामदेव ही लेते है, पर अब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बाबा रामदेव की संस्था योग से ज्यादा पतंजलि उत्पादों पर जोर देने लगी है।
मिर्जापुर। योग को प्रचारित करने का पूरा श्रेय बाबा रामदेव ही लेते है, पर अब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बाबा रामदेव की संस्था योग से ज्यादा पतंजलि उत्पादों पर जोर देने लगी है। मिर्जापुर जिले के सिटी क्लब के मैदान में पतंजलि की ओर से आयोजित योग शिविर के बीच में ही पतंजलि के लोग नूडल्स और अन्य उत्पाद बांटने लगे। फिर क्या था योगा करने आयी पूरी भीड़ योग का आसन छोड़ पतंजलि के उत्पाद लूटने में लग गयी। जब तक सामान खत्म नहीं हुआ जनता का पतंजलि कर्मियों से सामान की लूट जारी रहा। अंत में सामान खत्म होने के बाद योग के लिए सजा मैदान भी खाली हो गया। वहीं नरायणपुर में किसानो ने विरोध में सडक पर शवासन किया।
किसानो ने सड़क पर योग कर जताया विरोध
मध्यप्रदेश के मंदसौर में घटना से आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन टिकैट गुट के किसानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को विरोध योग दिवस के रूप में मनाया। केंद्र एवं प्रदेश सरकार के किसान विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए त्रिमुहानी नरायनपुर के पास हाइवे जामकर शवासन किया। महिलाएं एक साथ में डा. स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू हो लिखा तख्ती और दूसरे हाथ हसियां लेकर विरोध योग की। सभी ने जोरशोर से डा.स्वामीनाथ की रिपोर्ट लागू करने की मांग की। सुबह साताजे से नौ बजे तक किसानों ने विरोध योग किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री अनु्प्रिया पटेल ने भी किया योग
जिले में बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव के रूप में मनाया गया। गांव से लेकर शहर तक योग की धूम रही। नगर के जीआईसी मैदान में प्रशासन की ओर से उत्सव मनाया गया। ठीक सात बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री/जिले की सांसद अनुप्रिया पटेल ने योग दिवस उत्सव का उद्घाटन किया। शुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के प्रभारी मंत्री राजेश अग्रवाल का संदेश पढ़कर सुनाया गया।
धूप ने किया परेशान
प्रधानमंत्री का संदेश सुनाए जाने के बाद एक घंटे तक विभिन्न आसनों के माध्यम से योग से निरोग रहने का कला सिखाई गई। तेज धूप होने के चलते साधकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में धूप से व्याकुल होकर बीच मे योग छोड़कर चले गए। बावजूद अधिक लोग एक घंटे तक पूरा योग किए। इसमें सरकारी कर्मचारी महिला पुरुषों की संख्या अधिक रही।