पश्चिमी UP के जाट नेता हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस को दिया झटका, बेटे के साथ छोड़ी पार्टी
पश्चिमी UP के जाट नेता हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस को दिया झटका, बेटे के साथ छोड़ी पार्टी
लखनऊ, 20 अक्टूबर: 2022 के अंदर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी एक ओर जहां सत्ता में आने की कोशिशों में जुटी है तो वहीं, उसे झटके भी लग रहे हैं। कई बड़े नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब पश्चिमी यूपी के जाट नेता हरेंद्र मलिक ने अपने बेटे और पूर्व विधायक पंकज मलिक ने इस्तीफा दे दिया है। बता दें, हरेंद्र मलिक प्रियंका गांधी के सलाहकार समिति के सदस्य थे। तो वहीं, हरेंद्र के बेटे व पूर्व विधायक पंकज मलिक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष थे।
कद्दावर जाट नेता और पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने 19 अक्टूबर को ऐलान करते हुए कहा कि वह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से अनुरोध भी किया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार करें। आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर निवासी हरेंद्र मलिक चार बार विधायक व इंडियन नेशनल लोक दल के राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सलाहकार समिति के भी सदस्य हैं। वहीं, शामली सीट से दो बार विधायक रह चुके पंकज मलिक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ हाल ही में घोषित पार्टी की इलेक्शन स्ट्रैटेजी कमेटी के सदस्य बनाये गए थे।
सूत्रों की मानें तो हरेंद्र मलिक ने दो दिन पहले लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भेंट की थी। तो वहीं अब चर्चा है कि 22 अक्टूबर को पिता-पुत्र दोनों समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। कांग्रेस छोड़ सपा में जाने के पीछे स्थानीय सियासी समीकरण बताये जा रहे हैं। इस बाबत पूछने पर हरेंद्र मलिक ने कहा कि राजनीतिक व्यक्ति सियासी वजहों से फैसले लेते हैं। उनके निर्णय को भी इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। इससे पहले भी कई नेता कांग्रेस छोड़ सपा का दामन थाम चुके हैं जिनमें उन्नाव की पूर्व सांसद अन्नू टंडन, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी और पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी शामिल हैं।