डीआईजी के आदेश को ताक पर रखकर आरोपी प्रशांत के समर्थन में उतरी यूपी पुलिस, तस्वीरें
लखनऊ। विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के समर्थन में लखनऊ के पुलिसकर्मी उतर आए हैं। डीजीपी के मना करने के बावजूद उत्तर प्रदेश राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के बैनर तले आज 5 अक्तूबर को प्रशांत को निर्दोष बताते हुए पुलिसकर्मी बांह पर काली पट्टी बांध काला दिवस मना रहे हैं। उनके विरोध की झलक आज लखनऊ के कई थानों में देखने को मिली।
व्हाट्सअप की डीपी काली कर यूपी पुलिस के सिपाही मना रहे हैं काला दिवस
लखनऊ में दिखा व्यापक विरोध
शुक्रवार को लखनऊ के कई थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों ने काली पट्टियां बांधकर काम किया। गुडंबा थाना, नाका, अलीगंज के साथ-साथ एसएसपी कार्यालय के पुलिसकर्मी भी आरोपी सिपाही प्रशांत के समर्थन में उतर आए हैं।
‘खाकी के सम्मान में, उत्तर प्रदेश पुलिस मैदान में'
परिषद के महामंत्री व कानपुर में पीएसी में तैनात सिपाही अविनाश पाठक ने बताया कि काला दिवस के लिए ‘खाकी के सम्मान में, उत्तर प्रदेश पुलिस मैदान में' स्लोगन के साथ पुलिसकर्मियों से सहयोग मांगा जा रहा है। पाठक ने बताया कि छह अक्तूबर को इलाहाबाद में बैठक है। इसमें विवेक हत्याकांड में सिपाहियों पर एकतरफा कार्रवाई का सांकेतिक विरोध होगा।
व्हाट्सअप की प्रोफाइल फोटो ब्लैक कर दी
लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के खिलाफ कार्रवाई के बाद राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद और अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन उसके समर्थन में उतरा है। डीजीपी के मना करने के बावजूद सिपाहियों ने 5 अक्तूबर यानी आज अपना विरोध दर्ज कराया। इसी क्रम में ज्यादातर सिपाहियों ने अपनी व्हाट्सअप की प्रोफाइल फोटो ब्लैक कर दी है।
आत्मरक्षा के लिए गोली चलाई
पुलिस कर्मचारी परिषद के जनरल सेक्रेटरी अविनाश पाठक ने कहा कि पुलिस के बड़े अधिकारियों ने एक तरफा कार्रवाई की है। सिपाहियों पर जुल्म किया जा रहा है। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। विवेक तिवारी ने आरोपी पुलिसवालों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किसा था। उसने सिपाही को कुचलने की कोशिश की। इसलिए सिपाही ने आत्मरक्षा के लिए गोली चलाने के अलावा पुलिस के जवानों के पास कोई अन्य रास्ता नहीं था।