विवेक तिवारी मर्डर केस: अनुशासनहीनता में निलंबित हुए सिपाहियों ने मांगी माफी, SSP ने किया बहाल
लखनऊ। लखनऊ में यूपी पुलिस की गोली से मारे गए एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी मामले एसएसपी कलानिधि नैथानी ने निलंबित चारों सिपाहियों को बहाल कर दिया है। बता दें कि इन सिपाहियों ने प्रशात चौधरी और संदीप कुमार की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी के बाद काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था। जिसके बाद इन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया था।
काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने पर हुए थे निलंबित
मीडिया खबरों के अनुसार, अनुशासनहीनता और लापरवाही में 5 अक्टूबर को निलंबित किए गए नाका थाने पर तैनात जितेंद्र वर्मा, अलीगंज के सुमित कुमार, गुडंबा में तैनात गौरव चौधरी व गंज कोतवाली में तैनात आरक्षी बृजेश तोमर के माफी मांगने के बाद उनके भविष्य को देखते हुए बहाल किया है। चारों सिपाहियों को अनुशासन के साथ अपनी ड्यूटी के निर्वहन की हिदायत दी गई है।
फोटो वायरल होने पर SSP ने लिया था संज्ञान
बता दें कि 5 अक्टूबर को सिपाहियों ने थानों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था। जिसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी ने निलंबन की कार्रवाई की थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी की मानें तो तीनों सिपाही के माफी मांगने और उनके भविष्य को देखते हुए उन्हें बहाल किया गया है। साथ ही चारों सिपाहियों को अनुशासन के साथ अपनी ड्यूटी के निर्वहन की हिदायत दी गई है।
आरोपी प्रशांत 15 तक रिमांड पर
इधर विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों की रिमांड जांच अधिकारी को दे दी गई है। आरोपियों की रिमांड जांच अधिकारी को तीन दिन के लिए 15 अक्टूबर तक दी गई है। पुलिस क्राइम सीन को दो आरोपियों की मदद से रीक्रिएट करेगी साथ ही मौके पर इस्तेमाल डंडे की बरामदगी करने की भी कोशिश करेगी। इस दौरान सना को भी फिर से पुलिस से बातचीत के लिए बुलाया जा सकता है। विवेक की मौत में सना एकमात्र चश्मदीद गवाह है। उधर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी को नगर निगम में ओएसडी के पद पर 11 अक्टूबर को ज्चाइन करा दिया गया है।