दो घंटे तक तेंदुए व ग्रामीणों में चला लुकाछिपी का खेल, फिर हुआ तेंदुए का ये हाल
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में तेंदुए ने जमकर उत्पात मचाया है। तेंदुए के हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इससे गुस्साए तीनों गांव के ग्रामीणों ने तेंदुए को खदेड़ा तो वह खालेपुरवा के पास झाड़ियों में छिप गया। ग्रामीणों ने तेंदुए को लाठियों से जमकर पीटा। इससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद झाड़ी में आग लगा दी। आग लगने से बेहोश पड़ा मादा तेंदुए की मौत हो गई। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शव को जिला मुख्यालय पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। अब इस मामले में वन विभाग केस दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
बहराइच वन प्रभाग के बहराइच रेंज अंतर्गत नकाही गांव है। रामगांव थाना क्षेत्र का यह इलाका सरयू का कछार भी है। रविवार सुबह सरयू के कछार से निकलकर आए तेंदुए ने धोबिया गांव में तीन ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल किया। यहां से ग्रामीणों ने खदेड़ा तो तेंदुआ पास में ही नकाही गांव की ओर भागा। रास्ते में दो युवकों पर हमला कर उन्हें भी घायल कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने आसपास गांव के लोगों को सूचना दी। काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। इस पर खालेपुरवा गांव के निकट भीड़ ने तेंदुए को घेर लिया। वह जान बचाने के लिए पास की झाड़ी में छिपा तो भीड़ ने लाठियों से पीट दिया। मौके पर ही तेंदुआ बेहोश हो गया। भीड़ ने झाड़ी में आग लगा दी। सूचना वन विभाग को मिली तो सभी सकते में आ गए।
प्रभागीय वनाधिकारी आरपी सिंह, क्षेत्रीय वन दरोगा दीपक सिंह विभाग की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के संघर्ष में मारा गया तेंदुआ मादा है। उसकी उम्र महज दो वर्ष है। थानाध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह भी फोर्स के साथ खालेपुरवा गांव पहुंच गए। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक तेंदुए की मौत हो चुकी थी। प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि झाड़ियों में आग लगने से तेंदुए की मौत हुई है। तेंदुए के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। आग किसने लगाई, जांच की जा रही है। इसके बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।