यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर की जगह चेक कर रहा ड्राइवर, वीडियो वायरल
कानपुर। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार नकलविहीन परीक्षा और होनहारों की सुरक्षा का नारा लगाकर शिक्षा व्यवस्था ठीक करने का काम करने में लगी है वहीं सरकार का ये संकल्प शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही व मनमानी की भेंट चढ़ता दिख रहा है। ऐसा ही एक मामला जनपद के कस्बा पुखराया में देखने को मिला जहां उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के कार्य का सच सामने आया।
यूपी की शिक्षा व्यवस्था की बदहाली!
यहां उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन का कार्य शिक्षक की जगह शिक्षक का ड्राइवर करता दिखा लेकिन यह पूरा कारनामा जिला विद्यालय निरीक्षक की सांठगांठ के चलते और मूल्यांकन केंद्र प्रभारी की लापरवाही के चलते जारी रहा लेकिन इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्रवाई की जगह पूरे मामले को रफा-दफा करते नजर आए। जब पूरे मामले में मीडिया ने गहनता से शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा तो स्पष्ट हो गया कि अधिकारी कार्रवाई की जगह, मामले को रफा-दफा कर आरोपी शिक्षक को महज मूल्यांकन कार्य से हटाकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। जब मीडिया ने जिला विद्यालय निरीक्षक से कड़े सवाल किये तो सहमे जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
नियमों की धज्जियां उड़ाकर ड्राइवर को सौंपा काम
पूरा मामला जनपद के कस्बा स्थित जीजीआईसी कॉलेज पुखरायां का है। इस कॉलेज को शिक्षा विभाग के द्वारा मूल्यांकन केंद्र बनाया गया था जिसमें यूपी बोर्ड के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की हुई परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य कराया जा रहा था। विभाग के नियमों के अनुसार, मूल्यांकन केंद्र के अंदर ड्यूटी पर तैनात शिक्षक के अलावा किसी भी प्रकार के बाहरी व्यक्ति का सौ मीटर के अंदर प्रवेश वर्जित किया गया था लेकिन ड्यूटी पर तैनात शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारी ही मूल्यांकन केंद्र की सुरक्षा के लिए बनाए गए मानक और नियमों की यहां धज्जियां उड़ाते दिखे।
वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षक को हटाया
मूल्यांकन केंद्र की हकीकत का खुलासा तब हुआ जब मूल्यांकन केंद्र के अंदर एक शिक्षक ने अपने ही ड्राइवर से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराना शुरू कर दिया। ड्राइवर का वीडियो वायरल होने के बाद मूल्यांकन केंद्र में हड़कंप मच गया और वित्तविहीन शिक्षकों ने हंगामा काटा। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पूरे मामले को दबाने का प्रयास करते हुए गुनहगार शिक्षक व ड्राइवर को बचाते हुए शिक्षक को महज मूल्यांकन केंद्र से हटाकर मामले को रफा-दफा कर दिया जबकि वीडियो देखने से साफ स्पष्ट नजर आ रहा है कि शिक्षक के ड्राइवर के द्वारा मूल्यांकन का कार्य कराया जा रहा है।
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